गोधुलिवेला में पूजा अधिक
दीपावली पर लक्ष्मी पूजन के लिए अधिकांश घरों व अन्य स्थलों पर गोधुलिवेला के समय वृषभ लग्न को श्रेष्ठ मुहूर्त के रूप में चुना गया। प्रदोषकाल के दौरान वृषभ लग्न में लोगों ने सज-धजकर मां लक्ष्मी की विधिविधान से आराधना की और सदैव घर-भंडार भरे रखने की कामना व्यक्त की। वहीं, कई स्थलों पर सिंह लग्न में भी मध्यरात्रि के बाद पूजा-आराधना की गई।
बाजार भीड़ से गुलजार
बुधवार को दीपावली पर सुबह से ही शहरभर के बाजार गुलजार रहे। सरदार मार्केट समेत अन्य कई स्थलों पर लक्ष्मी पूजन के लिए गन्ने, सीताफल, कमल, पुष्प आदि खरीदने के लिए बड़ी संख्या में लोग सुबह-सुबह ही पहुंचे। वहीं, कपड़े, मिठाई एवं अल्पाहार केंद्रों पर भी लोगों की भीड़ बनी रही। इसके अलावा पटाखा विक्रेताओं के यहां भी भीड़ रही। लोगों की चहल-पहल बाजार में दिनभर बनी रही।
रोशनी से नहाया आसमान
सुप्रीमकोर्ट के आदेश के बावजूद प्रकाश पर्व के मौके पर बुधवार रात शहर में आतिशबाजी का दौर रात दस बजे के बाद तक चलता रहा। शाम ढलते ही शुरू हुई आतिशबाजी से अमावस की रात में स्याह आसमान सतरंगी रोशनी से दमक उठा। दीपावली के अवसर पर आतिशबाजी के दौर में बच्चों का उत्साह अधिक रहा और वे परिजनों के साथ रात में देर तक सोसायटी-अपार्टमेंट के बाहर जमा होकर पटाखे चलाते रहे।