ये लोग तीन महीनों से गोरखधंधा चला रहे थे और इस दौरान करीब दो टन नकली घी बाजार में बेच चुके थे। पुणागाम पुलिस के मुताबिक रविवार को सहारा दरवाजा-परवत पाटिया रोड पर अवध टेक्सटाइल मार्केट के सामे संदिग्ध हालात में एक पुलिस ने एक मीनी वैन को रोका था। वैन में एक डेयरी ब्रांड विशेष के तीन सौ घी के पाउच व 74 हजार रुपए नकद मिले। जिन्हें जब्त कर वैन में सवार सरथाणा वालमनगर निवासी हरेश बोदरा व अल्पेश आसोदरिया को हिरासत में लिया गया। इन पाउच का सैम्पल जांच के लिए संबंधित डेयरी में भेजा गया।
वहां लेबोरेटरी जांच में पता चला कि घी मिलावटी और उसकी पैकिंग भी नकली है। अल्पेश व हरेश से पूछताछ के बाद पुलिस ने व्रज चौक त्रिमूर्ति सूरती बाजार में स्थित छप्परवाली एक दुकान और उसके पीछे से स्थित गोदाम पर छापा मारा। पुलिस को वहां विभिन्न ब्रांडों का नकली घी तैयार करने का कारखाना व गोदाम मिला।
कारखाने व गोदाम में पैकिंग में इस्तेमाल की जाने वाले पैडल मशीन, विभिन्न ब्राडों के पाउच व खाली डिब्बे, 1891 लीटर पैक डुप्लिकेट घी, 1750 लीटर वनस्पति घी व तेल व विभिन्न एसेन्स बरामद हुए। पुलिस ने सामान जब्त कर सरथाणा मेघ मल्हार सोसायटी निवासी निलेश सावलिया, वालक पाटिया अयोध्यापुरम सोसायटी निवासी नृपेश सावलिया उर्फ निकुंज व परेश सावलिया को हिरासत में लिया। पुलिस ने डेयरी के अधिकारी की प्राथमिकी के आधार पर पांचों के खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
पहले भी पकड़ा गया था ऐसा ही कारखाना यहां उल्लेखनीय है कि इससे पूर्व मेंं पीसीबी पुलिस ने पालनपुर जकातानका इलाके में दिवा ट्रेडर्स पर छापा मार कर डुप्लिकेट घी और तेल तैयार करने का ऐसा ही कारखाना पकड़ा था। एक दुकानदार समेत तीन जनों को गिरफ्तार किया था। ये तीनों शहर भर के फुटकर विक्रेताओं का आपूर्ती की जाती थी। इन दोनों मामलों के बीच किसी तरह का कोई कनेक्शन होने की आशंका के चलते पुलिस इसकी भी जांच कर रही है।
फरार रवीश की तलाश पुलिस ने आरोपियों से पूछताछ कर बताया कि वे पिछले तीन महीनों से डुप्लिकेट घी का कारखाना चला रहे थे। अब तक विभिन्न ब्रांडों के नाम से दो टन ड़ुप्लिकेट घी बाजारा में बेच चुके थे। फरार रवीश पटोलिया उर्फ रवि उन्हें पैकिंग मटीरीयल और घी तैयार करने की सामग्री उपलब्ध करवाता था। निलेश, नृपेश और परेश मिल कर कारखाने में घी तैयार करते थे। तैयार माल को अल्पेश व हरेश मीनी वैन से फूटकर विक्रेताओं को बेचते थे।