scriptबोर्ड में स्कूलों का परिणाम सुधारने के लिए कसी कमर | Board work to improve results of poor schools | Patrika News

बोर्ड में स्कूलों का परिणाम सुधारने के लिए कसी कमर

locationसूरतPublished: Feb 03, 2020 12:46:46 pm

– कम परिणाम वाले स्कूलों पर रखी जा रही नजर- प्राचार्यों के साथ बैठक कर दिए निर्देश

बोर्ड में स्कूलों का परिणाम सुधारने के लिए कसी कमर

बोर्ड में स्कूलों का परिणाम सुधारने के लिए कसी कमर


सूरत.
गुजरात माध्यमिक एवं उच्चतर माध्यमिक शिक्षा बोर्ड परीक्षा में स्कूलों का परिणाम सुधारने के लिए जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय ने कमर कस ली है। कम परिणाम वाले स्कूलों पर नजर रखना शुरू कर दिया गया है। ऐसे स्कूलों के प्राचार्यों के साथ बैठक कर परिणाम सुधारने के निर्देश दिए गए हैं।
गुजरात बोर्ड पिछले कई सालों से स्कूलों के परिणाम सुधारने पर कार्रवाई कर रहा है। बोर्ड परीक्षा में 50 प्रतिशत से कम परिणाम वाले स्कूलों के लिए पिछले कुछ सालों से अभियान भी चलाया जा रहा है। अन्य स्कूलों को कमजोर स्कूलों का जिम्मा सौंपा गया है। कमजोर स्कूलों में पढ़ाई पर अधिक जोर दिया जा रहा हैं। पाठ्यक्रम पूर्ण होने पर पुन: पढ़ाई शुरू की गई है। २०१८ में राज्य के 1012 स्कूलों का परिणाम 30 प्रतिशत के कम था, 2019 में 995 स्कूलों का परिणाम 30 प्रतिशत से कम आया था।
2019 में राज्य के 63 स्कूलों का परिणाम शून्य प्रतिशत था और 2018 में 127 स्कूलों का परिणाम शून्य प्रतिशत आया था। दक्षिण गुजरात के सूरत, नवसारी, भरुच, वलसाड़, तापी, नर्मदा और डांग जिलों में भी कई स्कूलों का परिणाम 30 प्रतिशत से कम था, तो कई स्कूलों का परिणाम शून्य प्रतिशत आया था। दक्षिण गुजरात में 2019 में 92 स्कूलों का परिणाम 30 प्रतिशत से कम था। 2018 में 91 स्कूलों का परिणाम 30 प्रतिशत से कम आया था। 2019 में 9 और 2018 में 7 स्कूलों का परिणाम शून्य प्रतिशत से कम था। इन स्कूलों का परिणाम 2020 की परीक्षा में सुधरे इसके लिए डीइओ कार्यालय ने कमर कस ली है। ऐसे स्कूलों पर नजर रखी जा रही है। इन स्कूलों के विद्यार्थियों पर अतिरिक्त पढ़ाई का कार्य किया जा रहा है।
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