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उमड़े काले बादल, कुछ देर तेज बारिश

locationसूरतPublished: Jul 18, 2018 09:23:15 pm

शहर में बुधवार को सुबह से काले बादल छाए नजर आए। दोपहर में शहर में कुछ समय के लिए तेज बारिश हुई। इस कारण कई जगहों पर…

Bright dark cloud, some rainy rain

Bright dark cloud, some rainy rain

सूरत।शहर में बुधवार को सुबह से काले बादल छाए नजर आए। दोपहर में शहर में कुछ समय के लिए तेज बारिश हुई। इस कारण कई जगहों पर पानी भर गया। इसके बाद आसमान साफ हो गया। सुबह से ही आसमान में काले बादल छाए दिखाई दिए। साथ ही तेज हवा भी चल रही थी।

दोपहर में अचानक तेज हवा के साथ बारिश होने लगी। घने काले बादलों और बारिश को देख लोग खुश हो गए। हालांकि कुछ देर के बाद बारिश थम गई। आसमान साफ हो गया और सूरज नजर आने लगा। बारिश होने से शहर के तापमान में दो डिग्री की कमी आई। शनिवार को शहर का अधिकतम तापमान 33.2 डिग्री और न्यूनतम तापमान 29.6 डिग्री दर्ज हुआ। हवा में 71 प्रतिशत की नमी और 7 किमी प्रतिघंटे की गति दर्ज की गई।

कुमार और भाई के चक्कर में उलझा पीएफ विभाग

पीएफ विभाग इन दिनों कुमार और भाई के चक्कर में उलझा हुआ है। नाम के पीछे भाई या कुमार लगाने अथवा अन्य छोटे-छोटे परिवर्तन के कारण पीएफ क्लेम सेटल करने में दिक्कत आती है। नाम परिवर्तन के लिए पीएफ विभाग में पांच महीने में 85 हजार लोगों ने अर्जियां दी हैं।

गुजरात में नाम के पीछे भाई बोलने और लिखने की आदत है। इस कारण नौकरी या अन्य जगहों में भी नाम लिखते समय कर्मचारी के नाम के पीछे भाई लिख दिया जाता है। पीएफ विभाग में नाम के साथ कुमार लिखा रेकॉर्ड जमा हो जाता है। कहीं-कहीं कार्यालयों में कर्मचारी के नाम के पहले सरनेम और पिता के नाम का भी उल्लेख किया जाता है। यह सारे रेकॉर्ड पीएफ विभाग में भेज दिए जाते हैं। कर्मचारी जब पीएफ के लिए क्लेम करता है तब उसके नाम के पीछे भाई, कुमार या पिता का नाम नहीं होने, सरनेम आगे पीछे होने सहित अन्य कारणों से पीएफ सेटलमेंट नहीं हो पाता। कर्मचारी महीनों पीएफ विभाग के धक्के खाते रहते हैं, फिर भी समाधान नहीं हो पाता। पिछले दिनों विभाग ने यह गलतियां सुधारने की मुहिम शुरू की थी। इसके तहत पांच महीने में ही नाम परिवर्तन की 85 हजार अर्जियां आई।

पीएफ रीजनल कमिश्नर-1 पीबी वर्मा ने बताया कि पिछले पांच महीने में 85 हजार लोगों ने नाम में परिवर्तन की अर्जी दी। इसमें लगभग 70 हजार में परिवर्तन कर दिए गए। 10 हजार में बड़े बदलाव होने के कारण जरूरी कागज मांगे गए और अन्य में प्रोसेस जारी है।

 

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