कार्यक्रम में अतिथि विशेष के तौर पर उपस्थित नेशनल स्मॉल इन्डस्ट्री कॉर्पोरेशन लिमिटेड के जोनल जनरल मैनेजर पीके झा ने कहा कि भारत में ऑटो और फार्मा सेक्टर का विकास तेजी से हो रहा है। पिछले वर्षों में भी ऑटो सेक्टर का विकास अच्छा रहा है। इसका जीडीपी में भी बड़ा योगदान है।
चैम्बर की ओर से हर साल आयोजित किए जाने वाले ऑटो एक्सपो में इस साल भी बाइक, फोर व्हीलर, ट्रक से लेकर कई वाहनों के स्टॉल हैं। इसमें कम कीमत से लेकर ऊंची कीमत तक के वाहन भी हैं। प्रदर्शन में टेस्ला, फरारी और लिम्बोर्घिनी कार ने लोगों का मन मोह लिया। इसके अलावा महंगी बाइक बनाने वाली कंपनी ने अपनी नई 60 लाख रुपए की बाइक भी प्रदर्शनी में रखी है। इसमें सुरक्षा के कई फीचर हैं, जो कि लोगों के लिए आकर्षण का केन्द्र बनी। इस तरह की तीन बाइक सूरत में हैं। इसके अलावा तीन लाख और इक्कीस लाख की बाइक भी प्रदर्शनी में है।
इसी तरह साढ़े चार लाख रुपए से लेकर साढ़े तीन करोड़ रुपए तक की कार मौजूद हैं। लालगेट क्षेत्र के बिल्डर के.के पटेल ने 1923 में अंग्रेजों के समय से लेकर 1980 के दशक तक की पुरानी 12 गाडिय़ां भी प्रदर्शनी में रखी हैं। इसमें 1923 की वोल्सेली-10 से लेकर अन्य कई गाडिय़ां रखी हैं।
फिल्म बादशाहों में दिखाया गया सेना का ट्रक भी लोगों को देखने के लिए रखा है। उन्होंने बताया कि उनके पास पुरानी कई गाडिय़ों का संग्रह है। इन्हें वह देश-विदेश से खरीद कर संग्रह कर रहे हैं। इस अवसर पर सांसद सीआर पाटिल, दर्शना जरदोष, चैम्बर के प्रमुख हेतल मेहता, उप प्रमुख केतन देसाई सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।