ट्राई स्टार अस्पताल में भर्ती पीपलोद के एक युवक के लिए हेतल ने ही उसके परिजनों को विजय से 2.30 लाख रुपए में टॉसिलीजुमैब इंजेक्शन दिलवाया था।
गौरतलब है कि पुलिस ने अमरोली श्री गणेश रेजिडेंसी निवासी रसिक कथीरीया, अठवागेट स्थित ट्रॉई अस्पताल में काम करने वाली उसकी डॉक्टर पुत्री हेतल कथीरीया व निजी अस्पताल के कर्मचारी व्रजेश मेहता को गिरफ्तार कर कालाबाजारी के इस नेटवर्क का भंडा फोड़ किया था।
नकली इंजेक्शन की दिशा में जांच
पुलिस ने बताया कि रिंगरोड पर प्रायोशा बॉटलिंग व वॉटर प्युरीफायर का काम करने वाले विजय ने प्राथमिक पूछताछ में बताया कि उसने जो टॉसिलीजुमैब इंजेक्शन मृतक के परिजनों को दिया था। वह उसने परवत पाटिया के अमृतम अस्पताल में ऑक्सीजन बॉटलिंग का काम करने वाले पंकज रामाणी से खरीदा था। सूत्रों का कहना है कि उमरा पुलिस ने पंकज रामाणी को हिरासत में लेकर उसका कोविड टेस्ट करवाया है। रिर्पोट आने पर उसे गिरफ्तार किया जाएगा। साथ ही पुलिस उससे यह पता लगाने का प्रयास कर रही हैं कि इंजेक्शन कहां से आया। इंजेक्शन कहीं नकली तो नहीं था।