महिला पुलिस निरीक्षक ए.के.चौहाण ने बताया कि
उत्तर प्रदेश के
आजमगढ़ जिले के पवई थाना क्षेत्र के बदलपुर गांव का मूल निवासी उमेश गुप्ता (36) ने दो साल पहले बालिका से बलात्कार किया था। तब वह दस साल की थी। केले का ठेला लगाने वाला उमेश स्कूल आते-जाते समय उसे फल, मिठाई और श्रृंगार की सामग्री देता था। इन चीजों का लालच देकर उसने उसके साथ बलात्कार किया। उसने बालिका को इस बारे में किसी से जिक्र नहीं करने की धमकी दी थी।
डेढ़ साल पहले गांव में रह रही उसकी पत्नी की मौत पर वह सूरत छोड़ कर गांव चला गया था और तब से वहीं रह रहा था। बाद में मैकेनिक की दुकान चलाने वाले रमेश शर्मा (38) ने बालिका से बलात्कार किया था। वह भी उसे श्रृंगार का सामान और मिठाई का लालच देकर खेतों में तथा सुनसान जगह ले जाता था। आठ महीने पहले वह गर्भवती हो गई थी। रमेश ने उसे धमकी दी और कहा कि मेरा नाम मत लेना, केले वाले का नाम लेना।
इस पर बालिका ने पुलिस के समक्ष पहले केले वाले पर आरोप लगाया था। जब पुलिस के केले वाले उमेश के दो साल से गांव में होने की जानकारी मिली तो बालिका से फिर पूछताछ की और रमेश को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने रमेश को बुधवार दोपहर अदालत में पेश कर तीन दिन के रिमांड पर लिया है।