सूरत. फोन पर युवती की आवाज निकाल कर कुछ लोगों ने कतारगाम क्षेत्र के एक कैटरिंग कारोबारी का अपहरण कर लिया और फिरौती में उससे पांच लाख रुपए भी वसूल लिए। पीडि़त कारोबारी की शिकायत पर क्राइम ब्रांच ने छह में से पांच अपहर्ताओं को धर दबोचा। उनके कब्जे से 3 लाख, 6 हजार, 500 रुपए व हथियार भी बरामद कर लिए।
पुलिस उपायुक्त (क्राइम) विशाल वाघेला ने बताया कि अश्विनी कुमार रोड सूर्यनगर सोसाइटी निवासी सुनील पटेल के अपहरण की साजिश रची गई। साजिशकर्ताओं में कतारगाम नारायण नगर सब्जीमंडी निवासी भरत उर्फ भावेश खमल, पीपल्स चौराहा भरत कुटीर अपार्टमेंट निवासी धर्मेश उर्फ धमो कुवाडिय़ा, जयपाल उर्फ जपो ढीला, भावनगर जिले के पांच तलानड़ा गांव निवासी हरदीप डांगर व लंगाला गांव निवासी विशाल डांगर ने उनका फरार साथी हरेश उर्फ मुन्ना शामिल थे। सरदार मार्केट में सब्जी कारोबारी हरेश कैटरिंग व्यवसायी सुनील को सब्जी की आपूर्ति करता था। फोन पर युवती की आवाज निकालने में माहिर भरत ने 6 फरवरी को सुनील को रात साढ़े नौ बजे धोलकिया गार्डन के पिछले गेट पर मिलने के लिए बुलाया।
पीडि़त कार में वहां पहुंचा तो उन्होंने उसे घेर लिया और चचेरी बहन के साथ फोन पर छेड़छाड़ का आरोप लगाकर उसका अपहरण कर लिया। वे उसे उसकी ही कार में कामरेज थानाक्षेत्र के पासोदरा गांव ले गए। वहां गन्ने के खेत में चाकू और एयरगन दिखाकर उसे कैद कर लिया। मारपीट कर उससे फिरौती में पन्द्रह लाख रुपए मांगे, लेकिन वह सिर्फ पांच लाख रुपए की ही व्यवस्था कर पाया। उसने अपने मित्र अशोक के जरिए पांच लाख रुपए मंगवाए।
उसके बाद उन्होंने आईमाता सर्कल पर उसे छोड़ दिया और फरार हो गए। उनकी कैद से आजाद होने के बाद पीडि़त ने 7 फरवरी को कतारगाम थाने में प्राथमिकी दर्ज करवाई। क्राइम ब्रांच ने शनिवार को जयपाल, हरदीप, विशाल, भरत व धर्मेश को धर दबोचा। उनके कब्जे से पुलिस को नकदी के अलावा 8 मोबाइल फोन, एयरगन, चाकू, प्लास्टिक की स्टिक बरामद हुई। पुलिस ने बताया कि पांचों आरोपियों से उनके फरार साथी व मुख्य सूत्रधार हरेश उर्फ मुन्ना के बारे में पूछताछ की जा रही है।
मिस्डकॉल से किया संपर्क
पुलिस सूत्रों के मुताबिक पीडि़त कैटरिंग व्यवसायी को भरत ने मिस्ड कॉल के जरिए अपने जाल में फंसाया। अपहरण के पन्द्रह दिन पूर्व उसने एक मिस्डकॉल किया था। जब पीडि़त ने उसे री-कॉल किया तो उसने युवती की आवाज निकालते हुए बातचीत शुरू की। फिर दोस्ती करने के बहाने उससे पन्द्रह दिन तक लगातार बातचीत की। इसके बाद 6 फरवरी को उसे मिलने के लिए धोलकिया गार्डन पर बुलाया।