- मेडिकल में जाने के लिए सोशल साइट से दूर रही:
10वीं में 95 प्रतिशत अंक आने पर मेडिकल क्षेत्र में जाने का निश्चय कर लिया था। 11वीं में साइंस लेकर सारा ध्यान पढ़ाई पर केंद्रित किया। एस. डी.जैन स्कूल में जो पढ़ाया उसी के अनुसार पढ़ाई की। सबसे बड़ी बात यह रही के सोशल मीडिया social media से दूर रही। जिससे कहीं ओर ध्यान ना भटके, इसी वजह से 98.4 प्रतिशत अंक हासिल कर पाई।
- तिथि शाह, 12वीं साइंस, 98.4 प्रतिशत
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- ट्यूशन और सोशल साइट बिना हासिल किए अंक:
पहले से ही में कभी ट्यूशन नहीं गया। 10वीं में भी बिना ट्यूशन के ही 95.2 प्रतिशत अंक आए। फिर 11 और 12 में एस. डी.जैन स्कूल में जो पढ़ाई की उसकी के अनुसार पढ़कर परीक्षा दी। सोशल मीडिया social media का कभी उपयोग नहीं किया। इस वजह से 12वीं कॉमर्स में 99.4 प्रतिशत अंक हासिल कर सका। आगे मैनेजमेंट पढूंगा। भविष्य संवारने के लिए सोशल साइट को कभी अपने पर हावी नहीं होने दूंगा।
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- हर्ष जैन, 12वीं कॉमर्स, 99.4 प्रतिशत
- सिर्फ पढ़ाई के लिए ही किया व्हाट्स अप का उपयोग:
12वीं में ऊंचे अंक लाने के लिए स्वास्तिक एजुकेशन ने जो मार्गदर्शन दिया उसी अनुसार पढ़ाई की। पेपर, प्रश्न और पढ़ाई से जुड़ी जानकारी के लिए ही व्हाट्स अप social media का उपयोग किया था। यहां किसी भी दोस्त या ग्रुप में जुड़कर बात नहीं की। पढ़ाई का काम पूरा होने पर उसे बंद कर देता था। इस वजह से आज 12वीं के अकाउंट, इकोनॉमिक्स, बिजनेस स्टडीज और मैथ्स में 100 अंक आए।
- अक्षत गोयल, 12वीं कॉमर्स, 98.8 प्रतिशत
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- फोन और सोशल मीडिया social media से रही दूर :
10वीं में 94.2 प्रतिशत आने के बाद 12वीं में और अच्छा परिणाम हासिल करने की ठान ली थी। जी. डी.गोयनका स्कूल के हॉस्टल में रहकर पढ़ाई की। सोशल साइट social media तो दूर की बात है फोन तक पास नहीं रखा। पूरा ध्यान पढ़ाई पर ही था। फ्री समय में भी सभी विषयों की जमकर तैयारी कर 99.80 प्रतिशत अंक हासिल किए। आगे सीए बनाना है। परिणाम अच्छा ही आएगा यह सोचकर पहले से ही सीए की तैयारी शुरू करदी थी।
- डिंकी अमदावादी, 12वीं कॉमर्स, 99.80 प्रतिशत