फुटेज वहां स्थित मछली की एक दुकान के बाहर लगे कैमरे से मिले है। फुटेज में वह अकेले आते-जाते हुए नजर आ रहे हैं। उनके साथ और किसी की मौजूदगी नजर नहीं आ रही है। पुलिस ने दुकानदार से पूछताछ की है। परिजनों की मदद से आसपास का इलाका भी छान मारा। कई लोगों से पूछताछ भी की। अभी उनका कोई अता-पता नहीं मिल पाया है।
पुलिस ने रविवार को उनकी कॉल डिटेल निकलवा कर उसकी भी पड़ताल की, उससे भी कोई सुराग नहीं मिला। घटना के बाद से कॉल डिटेल में किसी अनजान व्यक्ति से कोई संपर्क सामने नहीं आया। सिर्फ उनके तीन परिजनों से बातचीत की जानकारी मिली।
यह था घटनाक्रम :
गौरतलब है कि भाठेना-२ में सागर होटल चलाने वाले जबरसिंह पुत्र लक्ष्मणसिंह राजपूत (58) गुरुवार सुबह रहस्यमय हालात में लापता हो गए। राजस्थान के जालोर जिले के पादरा गांव का मूल निवासी जबरसिंह अपनी होटल पर ही रह रहे थे। बुधवार शाम को सुमन देसाई की वाड़ी में रहने वाले अपने फुफेरे भाई भंवरसिंह के घर पर आए थे।
रात में वहीं सोए और सुबह करीब साढ़े पांच बजे होटल जाने के लिए रवाना हुए, लेकिन होटल पर नहीं पहुंचे। करीब साढ़े नौ बजे राजस्थान में अपने नाबालिग पुत्र को फोन कर तापी नदी किनारे कुछ लोग उन्हें मार रहे होने की जानकारी दी थी।
तुरंत सूचना के बाद भी 3 दिन से पुलिस की ढिलाई :
पूरे घटनाक्रम की जानकारी परिजनों ने तुंरत खटोदरा पुलिस को दी थी। पुलिस तीन दिन से मामले में ढिलाई बरत रही थी। जिसके चलते शनिवार को राजस्थानी समाज के लोगों ने खटोदरा थाने का घेराव किया था।
सूरत से कठोर तक रास्ते के सभी कैमरों की जांच : जबरसिंह के रहस्यमय हालात में गायब होने और जांच में पुलिस की ढिलाई को लेकर रविवार को राजस्थान पत्रिका में खबर प्रकाशित होने पुलिस महकमा हरकत में आया। खटोदरा पुलिस के साथ क्राइम ब्रांच भी जांच में जुटी। रविवार को पुलिस टीम परिजनों को लेकर कामरेज व कठोर में तापी नदी के किनारे पर पहुंची और फिर से छानबीन की।
पुलिस ने रविवार को जबरसिंह के मोबाइल की कॉलडिटेल भी निकलाई और पड़ताल की, लेकिन कोई ठोस सुराग नहीं मिला। अब पुलिस उधना दरवाजा से उन्हें ट्रैस करते हुए कठोर तक के सीसीटीवी फुटेज की छानबीन में जुटी है। उससे कोई सुराग मिलने की उम्मीद है।