सर्किट हाउस में प्रेस वार्ता के दौरान मांडविया ने कहा कि जीएसटी लागू होने के बाद सरकार की ओर से व्यापारियों की समस्याएं जानने के लिए उन्हें कई बार सूरत भेजा गया। सूरत में चै?बर ऑफ कॉमर्स सहित कई व्यापारिक संगठनों से मुलाकात में कई मांगें उभरकर सामने आईं। उनमें से उचितमांगों को लेकर उचित कदम उठाए गए। यार्न पर ड्यूटी 18 प्रतिशत से घटाकर 12 प्रतिशत कर दी गई।
टैक्सटाइल जॉब वर्क पर टैक्स 18 प्रतिशत के स्थान पर 5 प्रतिशत कर दिया गया। क?पोजिशन स्कीम की सीमा एक करोड़ रुपए कर दी गई। डेढ़ करोड़ रुपए तक के सालाना टर्नओवर वालों के लिए त्रैमासिक रिटर्न फाइल करने की व्यवस्था की गई, जबकि 20 लाख रुपए सेे कम टर्नओवर वाले अनरजिस्टर्ड व्यापारियों से माल खरीदने पर आरसीएम नहीं चुकाना होगा। असली जरी पर टैक्स 12 प्रतिशत से घटाकर पांच प्रतिशत कर दिया गया। उन्होंने कहा कि व्यापारियों की समस्याएं जानकर उन्हें दूर करने का प्रयास किया जा रहा है। सरकार व्यापारियों के प्रति संवेदनशील है। व्यापारियों की कई मांगों पर विचार चल रहा है। आगे भी कोई समस्या आती है तो सरकार व्यापारियों की बात सुनेगी।
१२ करोड़ की कस्टम ड्यूटी चोरी पकड़ी, दो गिरफ्तार
राजस्व आसूचना निदेशालय (डीआरआई) ने अहमदाबाद एयरपोर्ट से १२ करोड़ रुपए की सीमा शुल्क चोरी के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया। डीआरआई को जानकारी मिली थी कि जुहापुरा के अमीरपार्क सोसायटी में रहनेवाला सरफराजखान पठान फर्जी दस्तावेजों से सुपारी मंगाता है। अधिकारियों ने गत दिवस दुबई से अहमदाबाद एयरपोर्ट पर उतरे सरफराजखान को हिरासत में लेकर पूछताछ की और उसके गोदाम, कार्यालय और आवास पर जांच की तो सुपारी आयात करने में कई गड़बडिय़ां पाई गईं।
जांच में सामने आया कि पहले इंडोनेशिया और वियेतनाम से श्रीलंका में सुपारी और काली मिर्च मंगाई जाती थी। बाद में उसे श्रीलंकाई सुपारी बताकर भेजी जाती थी। डीआरआई टीम ने न्हावासेवा पोर्ट, मुन्द्रा पोर्ट, मुंबई तथा अहमदाबाद के गोदामों से 220 मीट्रिक टन काली मिर्च और सुपारी बरामद की गई, जो करीब 12 करोड़ की है। तस्करी के आरोप में डीआरआई ने सरफराजखान पठान और रफ्युद्दीन कादरी को गिरफ्तार कर लिया।