उन्होंने कहा कि लोग कहते हैं जब कोई अपना दूर चला जाता है तो तकलीफ होती है। परंतु असली तकलीफ तब होती है जब कोई अपना पास होकर भी दूरियां बना लेता है। किसी को सजा देने से पहले दो मिनट रुकिए। याद रखिए, अगर आप किसी की एक गलती माफ करेंगे, तो भगवान आपकी सौ गलतियां माफ करेगा।
गलती जिंदगी का एक पेज है, पर रिश्ते जिंदगी की किताब। जरूरत पडऩे पर गलती का पेज फाडि़ए, एक पेज के लिए पूरी किताब फाडऩे की भूल मत कीजिए। बड़ी सोच के साथ दो भाई 40 साल तक साथ रह सकते हैं, वहीं छोटी सोच उन्हीं भाइयों को 40 मिनट में अलग कर सकती है। भाई के प्रति हमेशा बड़ी सोच रखिए, क्योंकि दुख-दर्द में वही आपका सबसे सच्चा मित्र साबित होगा।
नगर आगमन पर हुआ भव्य स्वागत
इससे पूर्व राष्ट्रसंतों का सकल जैन समाज और 36 कौम के श्रद्धालुओं द्वारा बैंड बाजे और जुलूस के साथ स्वागत किया गया। कार्यक्रम में दीप प्रज्ज्वलन संयोजक बाबूलाल सकलेचा, बाड़मेर जैन श्रीसंघ के बाबूलाल मालू गौतमचंद हाला वाला, शीतलवाड़ी संघ के बाबूलाल छाजेड़, रवि जिंदानी और कुशल कांति संघ के लालचंद मंडोवरा और चंपालाल देसाई ने किया। रविवार को संतों के विशेष प्रवचन और सत्संग होंगे
सरदार पटेल को श्रद्धांजलि अर्पित
सूरत. नगर प्राथमिक शिक्षा समिति की लिंबायत स्थित शाला क्रमांक 35 में शनिवार को सरदार वल्लभभाई पटेल को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। विद्यार्थी और शिक्षकों ने मिलकर प्रार्थना भी की।
सूरत. नगर प्राथमिक शिक्षा समिति की लिंबायत स्थित शाला क्रमांक 35 में शनिवार को सरदार वल्लभभाई पटेल को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। विद्यार्थी और शिक्षकों ने मिलकर प्रार्थना भी की।