बादलों के कारण दोपहर के समय शाम जैसा वातावरण बन गया था। बरसात शुरू होने से किसान खेती के काम में जुट गये। जिले में पिछले कुछ दिनों से बादलों की आवाजाही बनी रही है, लेकिन बरसात नहीं होने से लोग परेशान थे। जिले में आमतौर पर 22 जून के आसपास मानसून आता है। बारिश होने से बाजार में रेनकोट, छतरी व ताड़पत्री की बिक्री में तेजी देखने को मिली। पिछले 24 घंटे में नेत्रंग व वागरा में 13-13 मिमी बरसात दर्ज की गई।
सबसे ज्यादा नेत्रंग में बरसे बादल मौसम विभाग की ओर से जारी हुए दोपहर 2 बजे तक के बारिश के आंकड़ों के मुताबिक सबसे ज्यादा 66 मिमी बारिश नेत्रंग में दर्ज की गई। सबसे कम दो मिमी बारिश झगडिया में हुई। इसके अलावा भरुच में पांच मिमी, अंकलेश्वर में 12 मिमी, आमोद में 23 मिमी, हांसोट में 22 मिमी, जंबूसर में 12 मिमी, वागरा में 11 मिमी और वालिया में दस मिमी बारिश दर्ज की गई।