पुराने फाटक से हजारों लोगों के पटरी पार करने से हमेशा दुर्घटना की आशंका के चलते यहां फुटब्रिज बनाने की मंजूरी वापी नगरपालिका ने रेलवे से मंागी थी। इसके लिए करीब दस साल पहले नपा ने एक करोड़, छह लाख रुपए रेलवे के पास जमा करवा दिए थे, लेकिन किसी न किसी कारण यह प्रोजेक्ट अटका रहा। गत वर्ष रेलवे की ओर से फुटब्रिज के प्रोजेक्ट की जगह पैदल सब-वे पर सहमति बनी। हालांकि आज तक इस पर भी कोई कार्य आगे नहीं बढ़ पाया है। इस कारण लोगों को मजबूरी में पटरी पार करना पड़ता है।
वापी में ट्रेन से अब तक का बड़ा हादसा 11 जनवरी 2010 को हुआ था। शाम को बांद्रा-पटना ट्रेन का यात्री प्लेटफार्म नंबर एक पर इंतजार कर रहे थे। स्टेशन पर पहुंचने से कुछ मिनट पहले ही ट्रेन के प्लेटफार्म नंबर तीन पर आने की घोषणा कर दी गई। इससे हड़बड़ाए लोग पटरी पार कर तीन नंबर प्लेटफार्म पर जाने लगे। इस दौरान अहमदाबाद से मुंबई की ओर जा रही मालगाड़ी की चपेट में कई लोग आ गए। हादसे में छह लोगों की मौत हो गई थी और छह लोग घायल हुए थे।
पुराने फाटक के पास पूर्व से पश्चिम क्षेत्र में जाने के लिए हजारों लोग पटरी पार करते हैं। इसे देखते हुए यहां पहले फुटब्रिज बनाने की योजना थी। रेलवे से अब यहां पेडेस्ट्रीयन सब-वे बनाने की मंजूरी मिली है। सर्वे हो चुका है। इस नपा की सामान्य सभा में सब-वे के नक्शे व अन्य जानकारी पर विस्तृत चर्चा को एजेन्डे में शामिल किया गया है। उम्मीद है कि जल्द ही यह सब-वे तैयार होगा। इससे लोगों को सुरक्षित दूसरी तरफ जाने की सुविधा मिलेगी।
विट्ठल पटेल, नपा उपाध्यक्ष