Surat/ फूड चेन बनाए रखने के लिए वांसदा नेशनल पार्क में छोड़े गए चौसिंगा हिरण
तेदुओं को आहार मिले और मानव बस्ती में नहीं आए इसके लिए प्रयास, पहले चीतल प्रजाति के 30 हिरण छोड़े थे

सूरत। आहार की खोज में तेंदुए गांव और शहरी क्षेत्रों में पहुंचने लगे हैं, तब फूड चेन बनाए रखने के लिए वन विभाग और वन संरक्षण के लिए कार्य करने वाली संस्थाएं प्रयास कर रही हैं। इसी के तहत वांसदा नेशनल पार्क में चौसिंगा प्रजाति के हिरण छोड़े गए हैं।
दक्षिण गुजरात में बड़ा वन क्षेत्र है और यहां तेंदुओं की बड़ी संख्या हैं। पिछले कुछ सालों से तेंदुए आहार की जंगलों से बाहर निकल कर गांवों में तथा शहरी क्षेत्र तक पहुंचने की घटनाएं आम बनती जा रही हैं। तेंदुए मानव और पशुओं को अपना शिकार बना रहे हैं। इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए तेंदुओं को जंगल में उनका आहार मिल जाए इस लिए वन विभाग और सूरत नेचर क्लब सहित विभिन्न संस्थाएं प्रयास कर रही हैं। नेचर क्लब के स्नेहल पटेल ने बताया कि शुक्रवार को वांसदा नेशनल पार्क में चौसिंगा प्रजाति के तीन हिरण छोड़े गए। इनमें दो नर और एक मादा है।
हरण प्रजनन केंद्र किया है कार्यरत
वांसदा नेशनल पार्क में हिरणों की संख्या बढ़ाने के लिए वन विभाग और नेचर क्लब ने हिरण प्रजनन केंद्र शुरू किया है। यहां प्रजनन के बाद हिरणों को नेशनल पार्क में छोड़ा जाता हैं। इससे पहले चीतल प्रजाति के 30 हिरणों को नेशनल पार्क में छोड़ा जा चुका है और अब पहली बार चौसिंगा प्रजाति के तीन हिरण छोड़े गए हैं।
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