जानकारी के अनुसार अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद के चुनाव के लिए आयोजित सभा में देगाम से भाजपा सदस्य गायब रहे। यह देख भाजपा सदस्यों ने कांग्रेस पर उनके अपहरण का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया। चुनाव अधिकारी आरबी भोगतया ने कई बार उपस्थित सदस्यों के बीच चुनाव संपन्न कराने का प्रयास किया। इसी बीच गणदेवी विधायक नरेश पटेल अपने समर्थकों के साथ चिखली तहसील पंचायत परिसर में जबरन घुस आए जिससे अंदर का माहौल और गड़बड़ा गया। यह देख चुनाव अधिकारी ने कानून व्यवस्था का हवाला देकर चिखली तहसील पंचायत के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष का चुनाव स्थगित कर दिया। चुनाव अधिकारी के निर्णय से खफा कांग्रेस विधायक अनंत पटेल समेत अन्य नेताओं ने व्यवस्था का सवाल उठाते हुए पूछा कि किस नियम के तहत यह निर्णय किया गया।
गौरतलब है कि जिले की छह तहसील पंचायतों में बुधवार सुबह अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के चुनाव हुए। इनमें नवसारी, जलालपोर, गणदेवी, खेरगाम और वांसदा की तहसील पंचायतों में निर्विरोध अध्यक्ष व उपाध्यक्षों की नियुक्ति की गई। चिखली तहसील पंचायत में अध्यक्ष पद को लेकर मंगलवार से ही राजनीति गरमाई हुई है। कांग्रेस की ओर से तीन सदस्यों ने अध्यक्ष पद की दावेदारी की और भाजपा से एक सदस्य ने नामांकन भरा था। इस बीच देर रात कांग्रेस के 14 सदस्य अचानक गायब हो गए। यह मामला चर्चा में रहा और बताया गया कि एक सदस्य के समर्थन में विधायक अनंत पटेल ने उन्हें गायब कराया था। बुधवार दोपहर को सभी १४ सदस्य चिखली तहसील पंचायत में टीडीओ कचहरी में उपस्थित हुए।
पुलिस ने संभाली स्थिति जब दोनों पक्ष सदस्य की गैरमौजूदगी और कथित अपहरण पर उलझे हुए थे, मौके पर पहुंची जिला पुलिस ने नरेश पटेल व उनके समर्थकों को वहां से बाहर जाने को कहा। कांग्रेस नेता भी मौके पर पहुंच गए तो दोनों पक्ष आमने-सामने हो गए थे। पुलिस ने किसी तरह स्थिति संभाली और दोनों को परिसर से बाहर निकाला।