पीसीबी थाना प्रभारी संजय भाटिया ने बताया कि डिंडोली भेस्तान आवास निवासी आरोपी राजवीर सिंह उर्फ रोशन सिंह टांक (33) 2014 से सूरत शहर, सूरत ग्रामीण व नवसारी जिले में अपराधिक घटनाओं को अंजाम देने में सक्रिय है। उसने अपने रिश्तेदारों और मित्रों को मिला कर चिकलीगर गिरोह बना रखा है।
यह गिरोह मुख्य रूप से वाहनचोरी व बंद घरों और व्यवसायिक प्रतिष्ठानों में चोरी करता है। पहले ये लोग वाहन चुराते हैं फिर उस वाहन का इस्तेमाल कर रात में बंद घरों व व्यवसायिक प्रतिष्ठानों से कीमती सामान चुराते हैं।
राजवीर और उसके गिरोह के खिलाफ शहर के महिधरपुरा, खटोदरा, अडाजण, उधना, उमरा, इच्छापोर, अठवालाइन्स, लिम्बायत व वराछा के अलावा कामरेज व नवसारी ग्रामिण में 26 मामले दर्ज हो चुके हैं। इनमें 14 घरों में चोरी, 11 वाहन चोरी व एक पुलिस पर जानलेवा हमले का मामला शामिल हैं।
इस गिरोह के अन्य कई सदस्य तो पकड़े गए थे लेकिन मुख्यसूत्रधार राजवीर सिंह फरार था। पुलिस को लंबे समय से उसकी तलाश थी और पीसीबी पुलिस की टीम मुखबिरो ंको सतर्क कर उसकी जानकारियां जुटा रही थी। इस बीच पीसीबी को एक मुखबिर से सूचना मिली कि राजवीर सिंह भेस्तान आवास स्थित अपने घर लौटा है।
वह भेस्तान आवास में ही मौजूद है। सूचना की तस्दीक कर पुलिस ने एक टीम तैयार की। पुलिस ने गुप्त रूप से पूरे इलाके कॉर्डन किया और फिर राजवीर सिंह को धर दबोचा। थाने लाकर पूछताछ में उसने अपने अपराध कबूल कर लिए।
क्राइम ब्रांच पर किया था हमला पुलिस ने बताया कि राजवीर और उसके चिकलीगर गिरोह ने 2019 में उधना थानाक्षेत्र में क्राइम ब्रांच की टीम पर जानलेवा हमला किया था। वे एक कार चुराने के बाद रात में चोरी करने के इरादे से निकले थे। उस दौरान क्राइम ब्रांच की टीम ने उन्हें रोकने का प्रयास किया।
इस पर उन्होंने पुलिस टीम पर जान लेवा हमला किया। इस घटना में राजवीर को मौके से फरार हो गया था। इस घटना के बाद पुलिस गिरोह में शामिल उसके ससुर घुंघरूसिंह, भाई नानकसिंह व अन्य सदस्यों को गिरफ्तार किया था।