कोरोना वायरस की रोकथाम करने में फ्रंट लाइन कोरोना वॉरियर्स डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ ने अहम भूमिका निभाई है। नवरात्रि के दौरान मुख्यमंत्री विजय रूपाणी के घर पर गुरुवार शाम को शक्ति वंदना कार्यक्रम आयोजित किया। इसमें नौ महिलाओं को आमंत्रित किया गया था। इसमें सात डॉक्टर और दो नर्सिंग स्टाफ शामिल हुए। सूरत से न्यू सिविल अस्पताल के टीबी चेस्ट विभाग की अध्यक्षा डॉ. पारूल ने पत्रिका को बताया कि मुख्यमंत्री ने कोरोना के दौरान किए गए कार्यो को सुना। उन्होंने कहा कि महामारी में गुजरात ने अच्छा कार्य किया है। मेडिकल कॉलेज में पढऩे वाले छात्रों को आने वाली महामारी के पहले किए जाने वाले कार्य और नियंत्रण के बारे में भी पढ़ाया जाना चाहिए।
कोरोना में मेडिकल छात्रों, सभी विभागों के सीनियर-जूनियर डॉक्टरों को एक-दो दिन की ट्रेनिंग देकर कोरोना वार्ड में ड्यूटी पर लगाया गया। इससे बीमारी को काबू करने में तथा मरीजों के इलाज में अस्पतालों को काफी मदद मिली। निजी अस्पतालों के चिकित्सकों तथा सरकार के बीच बेहतर तालमेल के चलते गुजरात में स्थिति बेहतर है।
यह 9 शक्तियां हुई शामिल शक्ति वंदना कार्यक्रम में अहमदाबाद से डॉ. प्रीति संघवी, डॉ. सुमिता सोनी, वडोदरा से डॉ. पिनल भुमिया, डॉ. मोना देसाई, डॉ. नयना पटेल, डॉ. अठावले, मेहसाणा से नर्स हेती एफ. चौधरी और भावनगर से नर्स मनीषा लश्करी भी शामिल हुईं।