मुख्यमंत्री का कथित बयान इन दिनों सरकार और संगठन के लिए मुश्किल का सबब बना हुआ है। रुपाणी ने पुलिस और राजस्व विभाग में भ्रष्टाचार की बात कही थी। इस बयान को हाथों-हाथ लेते हुए कांग्रेस की प्रदेश इकाई ने राज्यभर में विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया था। शहर कांग्रेस प्रमुख बाबू रायका के नेतृत्व में पार्टी कार्यकर्ता और पदाधिकारी बुधवार को कलक्टर कार्यालय पहुंचे और प्रदर्शन किया।
उन्होंने नारेबाजी करते हुए भाजपा के शीर्ष नेतृत्व पर निशाना साधा। कलक्टर को ज्ञापन सौंपते हुए कांग्रेस नेताओं ने कहा कि मुख्यमंत्री अपने ही पुलिस और राजस्व कर्मचारियों को भ्रष्ट तो बता रहे हैं, लेकिन भ्रष्टाचार के मामलों में उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रहे हैं।
यदि मुख्यमंत्री भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई में सक्षम नहीं हैं तो उन्हें पद छोड़ देना चाहिए। उन्होंने कहा कि जब मुख्यमंत्री अपनी ही सरकार के दो महत्वपूर्ण विभागों में भ्रष्टाचार की बात कबूल रहे हैं तो समझा जा सकता है कि राज्य में भ्रष्टाचार किस स्तर तक पांव पसार चुका है।