– सूरत पत्रिका में प्रमुखता से खबर प्रकाशित होने के बाद दिल्ली से लेकर सूरत प्रशासन हरकत में – काली पट्टी लगा, विरोध जता रहे कर्मचारियों को पुलिस आयुक्त ने दिया सुरक्षा का भरोसा – सारोली स्थित केनरा बैंक में पुलिसकर्मी द्वारा महिला कर्मचारी के साथ अभद्रता का मामला – Delhi to Surat administration in action after news was published prominently in RAJASTHAN PATRIKA surat – cp surat gives security assurance to employees who are protesting – Case of indecency with female employee of bank by policeman
CANARA BANK : वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की दखल के बाद आरोपी कांस्टेबल निलंबित
सूरत. सारोली स्थित सिंडीकेट बैंक (मर्जर के बाद केनरा बैंक) की महिला कर्मचारी से पुलिसकर्मी द्वारा अभद्रता की घटना को लेकर केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के दखल देने पर बुधवार को पुलिसकर्मी को तुरंत प्रभाव से निलंबित कर दिया गया।
सुबह पुलिस आयुक्त राजेन्द्र ब्रह्मभट्ट सारोली श्याम संगिनी मार्केट में स्थित केनरा बैंक के शाखा कार्यालय पर पहुंचे। घटनास्थल का जायजा लिया। उन्होंने काली पट्टी लगा कर विरोध जता रहे बैंककर्मियों व यूनीयन के सदस्यों सुरक्षा का भरोसा दिलाया। साथ ही कांस्टेबल के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया।
इससे पूर्व बैंककर्मी यूनीयन के लोग कार्यालय पर पहुंचे। उन्होंने घटना के बारे में जाना। दोपहर बाद बैंक के एजीएम समेत प्रबंधन से जुड़े अधिकारी भी शाखा कार्यालय पर पहुंचे। उल्लेखनीय है कि सोमवार को सरथाणा थाने में तैनात कांस्टेबल घनश्याम ने केनरा बैंक की महिला कर्मचारी संतोष कुमारी के साथ अभद्र व्यवहार किया था। शाम चार बजे पासबुक में एन्ट्री करवाने को लेकर विवाद होने पर बैंककर्मी से अभद्र व्यवहार किया। संतोष कुमारी ने अपने मोबाइल से वीडियो बनाना शुरू किया तो केबिन में घुस कर उसका मोबाइल छीन लिया और मारपीट कर गिरा दिया। जिससे उनकी पीठ में चोट आई।
पुलिस पर लगाया कांस्टेबल को बचाने का आरोप बैंक की कर्मचारी यूनीयन के सदस्यों ने पूणागाम पुलिस पर आरोपी पुलिसकर्मी को बचाने का आरोप लगाया। सोमवार को घटना के बाद वे शिकायत लेकर थाने पहुंचे तो शुरू में तो समझौता करने पर जोर दिया। इसके लिए पीडि़त संतोषी कुमारी को डराने का प्रयास भी किया गया।
READ MORE : पुलिसकर्मी की दादागिरी, केबिन में घुस कर महिला बैंककर्मी को पीटा चार घंटे तक माथा-पच्ची करने के बाद सामान्य मारपीट को लेकर गैर हिरासती शिकायत दर्ज की गई। प्रतिबंधित क्षेत्र में प्रवेश, महिला सरकारी कर्मचारी से मारपीट को लेकर कोई गंभीर धारा नहीं लगाई गई। तुंरत कोई कार्रवाई भी नहीं की गई।
इस बारे में पूणागाम थाना प्रभारी वी.यू.गडरिया ने सफाई देते हुए पत्रिका को बताया कि शिकायत दर्ज करवाने के लिए पीडि़तों के अलावा बैंक यूनीयन के लोग व दो वकील भी साथ आए थे। सभी अलग-अलग तरह की बातें बयान कर रहे थे। इसलिए शिकायत लेने में समय लगा।
सरकारी महिला कर्मचारी से ड्यूटी के दौरान मारपीट बेहद गंभीर यूनीयन से जुड़ी जिगिशा सूरती बताया कि सीसी टीवी फुटेज व वीडियो में पुलिसकर्मी की दादागिरी अपने पद का घमंड साफ नजर आ रहा हैं। वह अभद्र भाषा में बात करता है। धमकी देता है जब उसकी इस हरकत का वीडियो बनाया जाता है तो जबरन प्रतिबंधित क्षेत्र (कैशीयर केबिन) में घुस कर सरकारी बैंक की महिला सरकारी कर्मचारी से मारपीट करता है।
इतना ही नहीं टेबल पर अपना परिचय पत्र कई बार पटक कर धमकी देता है। अन्य कर्मचारियों को डराने का प्रयास करता है। अव्वल तो वह बैंक का ग्राहक ही नहीं है और यदि किसी वजह से कोई पासबुक अपडेट नहीं हो पा रही थी तो बैंक में जगह जगह शिकायत के लिए जिम्मेदार अधिकारियों के संपर्क सूत्र लिखे है।
वह शिकायत कर सकते थे, लेकिन इस तरह से सरकारी महिला कर्मचारी से मारपीट व अन्य कर्मचारियों से अभद्रता बेहद गंभीर है। इस घटना से सभी कर्मचारियों में दहशत व्याप्त हंै। आरोपी कांस्टेबल ने की सत्य को सामने लाने की अपील
बुधवार को आरोपी कांस्टेबल घनश्याम आहिर ने भी एक वीडियो बना कर सोशल मीडिया पर डाला। जिसमें उसने बताया कि उसके फूफा तीन दिन से सिर्फ पास बुक अपडेट करवाने के लिए बैंक के चक्कर लगा रहे थे। लेकिन बैंककर्मी विभिन्न बहाने बना कर उन्हें भगा देते थे। सोमवार वह तीन बजे गए तो प्रिंटर खराब होने की बात बता कर उन्हें लौटा दिया गया। चार बजे वह उनके साथ गए।
अपना परिचय पत्र दिखा कर पहचान दी फिर भी काम का समय खत्म होने की बात बता कर उन्होंने पासबुक प्रिंट नहीं की। मैंने शिकायत की तो मुझे अभद्रता के साथ बाहर निकल जाने के लिए कहा। सिर्फ चंद सैंकड़ का वीडियो वायरल कर मुझे बदनाम करने का प्रयास किया जा रहा है।
जबकि पुरी घटना 15 मिनट की है। मेरी सबसे अपील हैं कि पृष्टभूमि को भी जाने और सत्य को सामने लाए। सवाल सिर्फ मेरी नौकरी या जिंदगी का नहीं बल्कि सत्य का है? पत्रिका में खबर प्रकाशित होने के बाद दिल्ली से लेकर सूरत प्रशासन हरकत में
महिला बैंककर्मी के साथ हुए अभद्र व्यवहार का मुद्दा पत्रिका से द्वारा प्रमुखता से प्रकाशित करने पर सूरत से लेकर दिल्ली तक समूचा प्रशासनिक अमला हरकत में नजर आया और कड़ी कार्रवाई भी शुरू हुई। मंगलवार सोशल मीडिया पर छाए इस मुद्दे पर बुधवार को खबर प्रकाशित होने के बाद गांधीनगर ही नहीं दिल्ली के अधिकारियों व मंत्रियों तक बात पहुंच गई।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के कार्यालय द्वारा शहर पुलिस आयुक्त राजेन्द्र ब्रह्मभट्ट और जिला कलेक्टर धवल पटेल का संपर्क कर जवाब मांगा गया। दोनों से कार्रवाई की जानकारी ली। बैंककर्मियों को आश्वस्त करते हुए इस संबंध में उन्होंने लगातार ट्वीट् किए।
वहीं दबाव बढऩे पर पूणगाम पुलिस भी हरकत में आई। पुलिस ने गोडादरा साईं सृष्टी रेजिडेंसी निवासी कांस्टेबल घनश्याम को हिरासत लिया। फिर से मामले की छानबिन में जुट गई और संबंधित लोगों को बयान दर्ज करने की कवायद शुरू की। सूरत पुलिस ने भी ट्वीट कर इस मामले में की गई कार्रवाई सांझा की।