दस साल से डायबिटीज से ग्रस्त 57 वर्षीय व्यक्ति कोरोना से हुआ मुक्त
न्यू सिविल अस्पताल के डॉक्टरों की मेहनत रंग लाई, परिवार के पांचों सदस्य पॉजिटिव थे, आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने से न्यू सिविल अस्पताल में करवाया था भर्ती

सूरत। न्यू सिविल अस्पताल आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के लिए कोरोना महामारी के में आशिर्वाद रूप साबित हो रही है। कोरोना के उपचार के लिए निजी अस्पतालों में जहां बड़ी रकम वसूली जा रही हैं, वहीं न्यू सिविल अस्पताल की कोविड अस्पताल में कई लोगों का निशुल्क उपचार होने के साथ स्वस्थ होकर घर लौटे हैं। ऐसे ही व्यक्तियों में चौटा बाजार में रेडीमेड गारमेंट्स की दुकान चलाने वाले 57 वर्षीय राजेश शामिल है। दस साल से डायबिटीज से ग्रस्त राजेश कोरोना संक्रमित होने पर न्यू सिविल अस्पताल के चिकित्सकों ने उपचार कर पांच दिन में ही स्वस्थ कर दिया।
राजेश की बहन अमी ने बताया कि राजेश दस साल से डायबिटीज से ग्रस्त है। उसके साथ परिवार के पांच सदस्यों का कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आया था, इनमें से सबसे खराब स्थिति राजेश की थी। अन्य चार जनों को होम क्वारंटाइन किया गया था। राजेश को अस्पताल में भर्ती करना जरूरी था। निजी अस्पताल में बात की तो 70 हजार रुपए तक का खर्च बताया, जबकि राजेश की आर्थिक हालात ठीक नहीं थी। परिजनों ने यूथ फॉर गुजरात के प्रमुख जिग्नेश पाटिल का संपर्क किया और जिग्नेश पाटिल ने नर्सिंग एसोसिएशन के उप प्रमुख इकबाल कड़िवाला के सहयोग से राजेश को न्यू सिविल अस्पताल के कोविड अस्पताल में भर्ती करवाया । यहां तीन दिन तक बायपेप पर रखने के बाद जनरल वार्ड में शिफ्ट किया गया और पांच दिन के उपचार के बाद राजेश स्वस्थ हो गया। राजेश के घर लौटने पर परिजनों ने न्यू सिविल अस्पताल के चिकित्सक और स्टाफ का आभार जताया।
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