जब एक ओर देश-दुनिया कोरोना के संक्रमण से जा रही जानों को बचाने की कवायद में जुटा है, इस बीमारी ने लोगों को मानसिक स्तर पर तोडऩा शुरू कर दिया है। कोरोना के कारण हुए लॉकडाउन का असर गरीब और मध्यम वर्ग के परिवारों पर पडऩे लगा है। गुरुवार सूरत जिला की ओपलाड तहसील के देलाड गांव निवासी मनीषा संजय राठौड़ (27) ने घर में ही गले फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पति ने पुलिस को दी जानकारी में बताया कि दोनों मजदूरी कर रहे थे। लॉकडाउन के कारण काम बंद है। लोन पर खरीदी बाइक की किश्त भरने की चिंता सताने लगी है। साथ ही आगामी दिनों में बच्चे के मुंडन संस्कार के लिए पैसो की जरूरत थी और कहीं से व्यवस्था नहीं होने के कारण मनीषा कुछ दिनों से टेंशन में थी। इसी वजह से उसने आत्महत्या कर ली।