पिछले तीन दिनों में मामले दोगुने होने से लोगों में खौफ फैला हुआ है। कोरोना संक्रमण के कारण अब लोग डरे-सहमें दिखाई दे रहे हैं। लोगों को डर है कि कहीं कोरोना पॉजिटिव हुए तो कहां इलाज कराऐंगे। अस्पतालों में बेड मिलेगा या नहीं। बता दें कि जिले में कोरोना के मामलों की तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। अथाल श्मशान घाट पर रोजाना 5 से 6 शव अंत्येष्टि के लिए आ रहे है। इनमें कई शवों के साथ दो-चार आदमी ही आते हैं।
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार जिले में 2200 से अधिक लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि हुई है, वहीं 1838 मरीज इलाज के बाद संक्रमण मुक्त हुए है। कोविड अस्पतालों में 339 मरीज उपचाराधीन है तथा वायरस से संक्रमित एक व्यक्ति की मौत हुई है। कोरोना के बढ़ते प्रकोश से बचने के लिए 45 वर्ष से अधिक उम्रदराज वाले व्यक्ति जल्दी वैक्सीन लेकर सुरक्षित होना चाहते हैं। बुधवार को वैक्सीन के लिए शहर में दयात फलिया, झंडा चौक, जैन भोजनालय, केन्द्रीय पुस्तकालय सहित लगभग सभी गांवों में सेंटर बनाए हैं। वैक्सीन लगाने के लिए आदिवासी भी स्वेच्छा से केन्द्रों पर पहुंच रहे हैं।