बेहतर स्वास्थ्य सेवा के कारण जिले से कोरोना अंतिम सांस ले रहा है। संक्रमितों की टेस्टिंग और ट्रीटमेंट की सफल रणनीति से स्वास्थ्य विभाग कोरोना पर विजय में कामयाब दिख रहा है। मई तक लोगों में कोरोना का खौफ इस कदर छाया रहा कि लोग घरों से निकलना बदकिस्मती समझने लगे। 20 मई के बाद सुरक्षा के साथ लोग घरों से निकलने लगे एवं चालू माह में इसका भय मानो छूमंतर हो गया। लोग पहले की तरह घरों से निकल रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि जिले में कोरोना से सिर्फ तीन मरीजों की मौत हुई है। यहां लगभग सभी मरीज ठीक हो रहे हैं। जिले में एक समय 300 से अधिक कंटेनमेंट जोन बन गए थे, जो अब घटकर 12 रह गए हैं। कोविड-19 के एक्टिव मराीजों की संख्या 30 से कम रह गई है।