कोरोना की दूसरी लहर काफी घातक साबित हो रही है। अहमदाबाद और सूरत के हालात दिन- प्रतिदिन खराब होते जा रहे हैं। मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है और अस्पतालों में बेड मिलना मुश्किल हो गया है। ऐसे में टीका की कोरोना के सामने एक उत्तम विकल्प दिखाई दे रहा है। सरकार ने 1 मई से 18 साल से अधिक उम्र के लोगों के टीकाकरण का ऐलान किया है। इसके बाद जीटीयू ने वैक्सीनेशन को बढ़ावा देने के लिए बड़ी घोषणा की। टीका लगवाने वाले विद्यार्थियों का ही शीतकालीन परीक्षा फॉर्म भरने की घोषणा की गई। इसे देखते हुए वीएनएसजीयू के सीनेटर कनु भरवाड़ ने सभी 18 साल से अधिक आयु के विद्यार्थियों के लिए टीका अनिवार्य करने की मांग की है। साथ ही परीक्षा के हॉल टिकट, इंटरनेट मार्कशीट, विश्वविद्यालय की वेबसाइट सभी पर टीके का प्रचार-प्रसार करने की मांग की गई है। सीनेटर ने इस संदर्भ में कार्यकारी कुलसचिव को पत्र लिखा है। जिससे विद्यार्थी टीके का महत्व समझे और कोरोना के सामने सुरक्षा पा सके।