पिछले 36 घंटे में न्यू सिविल कोविड अस्पताल में 56 और स्मीमेर कोविड अस्पताल में 52 मरीजों की मौत के बाद उनका अंतिम संस्कार कोरोना गाइडलाइंस से किया गया है। मनपा स्वाथ्य विभाग ने बताया कि ऑडिट कमेटी द्वारा 24 मौत कोरोना से बताई गई है।
सूरत जिले के 6,649 मरीज भर्ती
मनपा स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक शहर में अब तक कोरोना से मरने वालों की संख्या 1152 हैं। हाल में सूरत जिले के 6649 कोरोना मरीज अस्पताल में भर्ती हैं। न्यू सिविल और स्मीमेर अस्पताल में 1940 पॉजिटिव भर्ती हैं। इसमें 1622 की हालत गंभीर है। ऑक्सीजन पर 914, बाइपेप पर 383 और वेंटिलेटर पर 25 मरीज भर्ती हैं। वहीं, 182 संदिग्ध हालत में है। जिनकी रिपोर्ट आना बाकी है।
40 परिजनों को 8 लाख रु का सामान लौटाया न्यू सिविल अस्पताल में संक्रमित और संदिग्ध मरीजों की मौत के बाद 40 परिजनों को करीब आठ लाख रुपए का सामान लौटाया गया। सिक्यूरिटी एजेंसी के जवान भर्ती होने के समय मरीज का कीमती सामान सूची बनाकर सुरक्षित रख लेते हैं। मार्च में 40 परिजनों को करीब आठ लाख रुपए का सामान लौटाया है। इसमें सोने के आभूषण, नकदी, मोबाइल समेत अन्य सामग्री थी। कोरोना से एक भिक्षुक की मृत्यु के बाद नकद 14,850 रुपए भेस्तान निवासी परिजनों को लौटाए।
बीबीए की छात्रा ने 6 दिन में कोरोना को हराया दूसरी लहर में युवा भी संक्रमित हो रहे हैं। अडाजन चंद्रकांता सोसायटी निवासी बीबीए की छात्रा कृपा अल्पेश गज्जर (20) ने न्यू सिविल अस्पताल में छह दिन में कोरोना को हरा दिया है। कृपा को श्वास लेने में तकलीफ और ऑक्सीजन लेवल 75 प्रतिशत पहुंच गया था। परिजनों ने 11 अप्रेल को गंभीर हालत में भर्ती करवाया था। मेडिसिन विभाग के रेजिडेंट डॉ. संदीप काकलोतर ने उसे वेंटिलेटर पर भर्ती किया। दो दिन तक वेंटिलेटर पर रखने के बाद रेमडेेसिविर इंजेक्शन और स्वस्थ होने का मोटिवेशन देकर उसे स्वस्थ किया है। कृपा को रविवार को अस्पताल से छुट्टी दी गई।
शहर में कोरोना मरीजों की स्थिति जोन /पॉजिटिव सेंट्रल -218 वराछा-ए -221 वराछा-बी -226 रांदेर -342 कतारगाम -236 लिम्बायत -170 उधना -172 अठवा -344 कुल -1929