पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी सुमित ठाकुर ने बताया कि कोरोना की रोकथाम के लिए 23 मार्च से रेलवे की नियमित ट्रेनें बंद है, लेकिन इस दौरान अतिआवश्यक सामग्री परिवहन में कोई दिक्कत न हो इसके लिए पार्सल विशेष ट्रेनें लगातार चलाई जा रही है। अब तक पश्चिम रेलवे ने लगभग 2.56 लाख टन वजन के सामान की ढुलाई 891 पार्सल विशेष ट्रेनों के माध्यम से हुई है। इसमें मुख्य रूप से कृषि उत्पाद, दवाइयां, मछली, दूध आदि शामिल हैं। इस परिवहन से लगभग 90 करोड़ रु. के राजस्व की प्राप्ति हुई। पश्चिम रेलवे ने इस अवधि के दौरान 165 मिल्क स्पेशल ट्रेनें चलाई है, जिनके जरिए 1.23 लाख टन से अधिक लदान के साथ वैगनों का उपयोग किया गया।
इसी प्रकार 587 कोविड-19 विशेष पार्सल ट्रेनों में 73 हजार टन से अधिक लदान के साथ विविध आवश्यक सामग्री के परिवहन के लिए चलाई गई। इनके अतिरिक्त 103 इडेंटेड रेकों के सौ प्रतिशत उपयोग के साथ 46 हजार टन की ढुलाई की गई। पश्चिम रेलवे ने अभी तक 36 किसान विशेष ट्रेनों का परिचालन किया है। वहीं पश्चिम रेलवे ने लॉकडाउन अवधि के दौरान 22 मार्च, 2020 से 11 फरवरी, 2021 तक कुल 31,008 मालगाडिय़ों के रेकों का उपयोग कर 68.92 मिलियन टन आवश्यक सामग्री की आपूर्ति की गई। हाल में ही 12 फरवरी को भी दो पार्सल स्पेशल ट्रेनें चलाई गई है। यह पार्सल स्पेशल ट्रेन बांद्रा टर्मिनस से जम्मू तवी और राजकोट से कोयम्बटूर के बीच चलाई है।