न्यू सिविल अस्पताल के मुताबिक डिंडोली के हलपतिवास निवासी शीतल राजेश राठौड़ (25) को शनिवार को न्यू सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। इसी तरह सचिन जीआईडीसी स्थित होजीवाला इंडस्ट्रियल एस्टेट गेट-1 निवासी एक अन्य मरीज नरेंद्र बूटी सबर (38) को भी तबीयत खराब होने पर सिविल अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया। यहां इनका कोरोना टेस्ट किया गया, जिसमें शीतल और नरेन्द्र की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। इसके बाद इलाज के दौरान दोनों मरीजों की मौत हो गई। इसके अलावा सूरत जिले की मांडवी तहसील निवासी सविता छोटू गामित (67) को 14 जनवरी को किडनी की बीमारी के चलते स्मीमेर अस्पताल में भर्ती करवाया था। उनकी भी इलाज के दौरान मौत हो गई। मांडवी के मार्केट फलिया निवासी ठाकोर डाह्या राठौड़ (69) को 9 जनवरी स्मीमेर में भर्ती करवाया था। इलाज के दौरान रविवार शाम उनकी मौत हो गई। इलाज के दौरान मरने वाली महिला और वृद्व की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।
कामरेज के लवकुश अपार्टमेंट निवासी कलावती हेमराज रुपारेलिया (75) की भी मौत हुई है और उसकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। वराछा वर्षा सोसायटी निवासी देवकु वासुर नागला (90) को 13 जनवरी को घर में गिरने के बाद स्मीमेर अस्पताल में भर्ती करवाया। उनका कोरोना टेस्ट पॉजिटिव आया। इलाज के दौरान उनकी भी रविवार को मौत हो गई। गौरतलब है कि, सिविल और स्मीमेर में आने वाले गंभीर मरीज की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के साथ मौत भी हो रही है। इनका अंतिम संस्कार कोरोना गाइडलाइंस से किया जा रहा है। लेकिन इन मौतों को कोरोना मृतकों की सूची में शामिल नहीं होने से कई सवाल खड़े होते है।