संक्रमण की पहली लहर में लॉकडाउन के बाद जब बाजार अनलॉक होना शुरू हुआ था, हीरा और कपड़ा कारोबार ने भी गति पकड़ी थी। उसी समय हीरा और कपड़ा बाजार संक्रमण के हॉट स्पॉट बने थे। उस दौरान शहर में निकल रहे नए संक्रमितों में 45 फीसदी से अधिक अकेले हीरा और कपड़ा उद्योग से जुड़े थे। प्रशासन ने एसओपी भी जारी की थी, जिसका अनुपालन नहीं होने पर कई उद्यमियों और कारोबारियों के खिलाफ कार्रवाई भी हुई थी।
संक्रमण की दूसरी लहर में भी प्रशासन की नजर हीरा और कपड़ा उद्योग पर है। संक्रमण के प्रति बरती जा रही लापरवाही और लोगों में डर को देखते हुए दक्षिण गुजरात चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज ने बुधवार को शहर के राजमार्ग और रिंगरोड पर कपड़ा बाजार में जागरुकता मार्च किया। स्थानीय व्यापारियों के साथ चैम्बर पदाधिकारियों ने बुधवार को पहले चौक बाजार से स्टेशन रोड तक राजमार्ग पर जागरुकता मार्च किया। इसके बाद शाम करीब चार बजे कपड़ा मार्केट में घूमकर लोगों को जागरूक किया। इस दौरान उनके साथ चैम्बर में मानद मंत्री निखिल मदरासी कोरोना के राक्षस का रूप धरकर बाजार में घूमे और संक्रमण की भयावहता को लोगों के सामने रखा।