scriptबेवजह सड़क पर घूमते लोगों को कोरोना टेस्ट के लिए भेजा | Corona virus, Corona infection, Corona test | Patrika News

बेवजह सड़क पर घूमते लोगों को कोरोना टेस्ट के लिए भेजा

locationसूरतPublished: May 03, 2021 06:46:07 pm

Submitted by:

Gyan Prakash Sharma

कोरोना संक्रमण को नियंत्रण में करने का प्रयास, प्रशासन ने दिखाई सख्ती

बेवजह सड़क पर घूमते लोगों को कोरोना टेस्ट के लिए भेजा

बेवजह सड़क पर घूमते लोगों को कोरोना टेस्ट के लिए भेजा

सिलवासा. शहर में बिना मास्क पहने व बेवजह सड़कों पर घूमने वाले लोगों पर स्थानीय प्रशासन सख्त कार्रवाई करने लगा है। नियम तोडऩे वाले लोगों को अब सीधे कोविड जांच के लिए भेजा जाता है। इसके लिए खास तौर पर टीमें गठित की गई हैं। सिलवासा नगर परिषद की ओर से अधिक से अधिक टेस्टिंग करके पॉजिटिव मरीजों को अलग करना है। शहर में कोरोना की श्रृंखला को तोडऩे के लिए नगर परिषद ने यह तरीका अपनाया है। इससे बेवजह सड़कों पर घूम रहे लोगों की संख्या में कमी आई है।
वहीं, सिलवासा शहर व जिले के कोरोना मरीजों के लिए अच्छी खबर है कि श्रीविनोबाभावे सिविल अस्पताल परिसर में ऑक्सीजन लिक्विड टैंक की स्थापना की गई है। इससे मरीजों के बीच ऑक्सीजन की आपूर्ति आसानी से की जा सकेगी। जिले के अस्पतालों में ऑक्सीजन की सीमित आपूर्ति होने से कोरोना मरीजों के इलाज में दिक्कत हो रही थी।

18 वर्ष से अधिक उम्र वालों को कोरोना वैक्सीन की पहली डोज 7 से


उधर, जिले में 18 वर्ष से अधिक उम्र वाले सभी व्यक्तियों को कोरोना वैक्सीन की पहली डोज 7 मई से दी जाएगी। पहले टीकाकरण एक मई से किया जाना था, लेकिन सीरम कंपनी से वैक्सीन उपलब्ध नहीं होने से कार्यक्रम आगे के लिए टाल दिया गया। स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार जिले में अब तक 46 हजार से अधिक लोगों को कोविशील्ड का टीका लगाया जा चुका हैं। 18 वर्ष से अधिक उम्र वालों को शामिल करने से करीब 3 लाख अतिरिक्त वैक्सीन की जरूरत पड़ेगी। इसके लिए सीरम इंस्टीस्ट्यूट ऑफ इंडिया से 5 मई तक वैक्सीन उपलब्ध हो जाएगी।

ओपीडी खाली-खाली


कोरोना के खौफ से सरकारी अस्पतालों के ओपीडी खाली-खाली नजर आ रहे हैं, वहीं प्राइवेट अस्पताल, नर्सिंग होम एवं निजी क्लिनिकों पर मरीजों की ज्यादा भीड़ रहने लगी है। इन दिनों प्राइवेट अस्पताल व क्लिनिक पर रात 12 बजे तक मरीजों की भीड़ देखी जा सकती हैं। लोगों को डर है कि कहीं सरकारी अस्पतालों में इलाज कराने गए तो कोविड टेस्ट से गुजरना पड़ सकता है। बुखार, खांसी, जुकाम जैसे लक्षण दिखाई देने पर मरीजों को आरटी-पीसीआर, रैपिड एंटीजन टेस्ट कराने की सलाह दी जाती हैै।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो