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नवसारी सिविल अस्पताल की कोरोना वॉरियर्स नर्स ने फांसी लगाई

locationसूरतPublished: Oct 23, 2020 10:02:50 pm

Submitted by:

Sanjeev Kumar Singh

– पुलिस ने सुसाइड नोट बरामद किया
– सिविल अस्पताल के अधिकारियों पर लगाया मानसिक रूप से परेशान करने का आरोप
– नर्सिंग एसोसिएशन ने सच सामने लाने की मांग की

नवसारी सिविल अस्पताल की कोरोना वॉरियर्स नर्स ने फांसी लगाई

नवसारी सिविल अस्पताल की कोरोना वॉरियर्स नर्स ने फांसी लगाई

खेरगाम/सूरत.

नवसारी सिविल अस्पताल में कार्यरत कोरोना वॉरियर्स नर्स ने बुधवार रात को घर में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। पुलिस ने घर से सुसाइड नोट बरामद किया है। नर्स ने इसमें सिविल अस्पताल के अधिकारियों पर मानसिक रूप से परेशान करने का आरोप लगाया है। परिजनों ने अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
नवसारी जिले के विजलपुर जलाराम सोसाइटी निवासी मेघा राजेन्द्र आचार्य (28) नवसारी की सिविल अस्पताल में कोरोना वॉरियर्स नर्स के तौर पर कार्यरत थी। बुधवार रात को मेघा ने घर मे ही 5 पेज का सुसाइड नोट लिखकर आत्महत्या कर ली।
पुलिस ने मेघा के शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भिजवा दिया। पुलिस ने घर की तलाशी के दौरान सुसाइड नोट बरामद किया है।
परिवारजनों ने सिविल अस्पताल के जवाबदार अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की है। परिजनों ने कहा कि जब तक आरोपी गिरफ्तार नहीं होंगे, तब तक वे शव का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। इसके बाद नवसारी जिला प्रसाशन के वरिष्ठ अधिकारी भी मेघा के घर पहुंचे और परिवार को ढाढस बंधाया। परिवार ने भी सिविल अस्पताल के अधिकारियों पर आरोप लगाया है कि मेघा को पिछले कुछ समय से मानसिक रूप से परेशान किया जा रहा था। उनका कहना है कि कोरोना के सामने लड़ते हुए नवसारी में अपने ही सीनियर डॉक्टरों की वजह से मेघा ने आत्महत्या कर ली।
परिवार ने बताया कि मेघा ने हमेशा अपनी जान की परवाह किए बिना कोविड-19 सेंटर में मरीजों का इलाज किया है। इस दौरान 20 दिन पूर्व मेघा को भी कोरोना संक्रमण हुआ था। इसके बाद मेघा के शरीर मे ज्यादा कमजोरी आने के बाद डॉक्टर को दिखाने और कुछ दिन के लिए छुटी मांगी थी, लेकिन अधिकारियों ने छुट्टी मंजूर नहीं की। दूसरी तरफ, अधिकारियों ने उसे अपमानित कर अस्पताल से गेट आउट कह दिया। उसके बाद मेघा घर लौट आई, लेकिन अस्पताल में जो हुआ उससे उसका मन काफी दुखी था।
मेघा ने सुसाइड नोट में परेशान करने वाले अधिकारियों के नाम भी लिखे हैं। दूसरी तरफ, अस्पताल प्रशासन ने आरोप से इनकार किया है। उनका कहना है कि मेघा अच्छा कार्य करने वाली नर्स थी। पिछले दिनों उसका कोरोना वॉरियर्स के तौर पर भी सम्मान किया गया था। कोरोना वार्ड में ड्यूटी रोटेशन से दी जाती है। पुुलिस ने आत्महत्या का मामला दर्ज कर घटना की जांच शुरू की है।
दुष्प्रेरणा का मामला दर्ज करने की मांग

नर्स मेघा आचार्य को अधिकारियों द्वारा परेशान किए जाने की जानकारी सामने आई है, जो दुखद है। नर्स के आत्महत्या की निष्पक्ष जांच कर आत्महत्या के लिए दुष्प्रेरणा का मामला दर्ज किया जाना चाहिए।
– इकबाल कड़ीवाला, उप प्रमुख, गुजरात नर्सिंग काउंसिल और सदस्य इंडियन नर्सिंग काउंसिल।

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