आमोद तहसील के तेगवा गांव के किसानों ने आरोप लगाते हुए कहा कि तहसील में फैक्ट्रियों के प्रदूषण के कारण व हवा में फैले जहरीले रसायन से खेत में लगी कपास की फसल चौपट हो चुकी है। फसल नष्ट होने से किसानों के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है। सरकार किसानों को सहायता देने में हीलाहवाली कर रही है। उन्होंने सरकार पर कंपनियों को बचाने का आरोप भी लगाया।
सरकार के रवैये से नाराज किसानों ने शुक्रवार को हिन्दू रीति रिवाज के साथ फसल की शवयात्रा निकाली और उसका अंतिम संस्कार भी किया। किसानों ने कहा कि सरकार अनावश्यक रुप से करोड़ों रुपये उड़ाकर जनता के टैक्स का गलत इस्तेमाल कर रही है। उसे किसानों के साथ कोई सहानुभूति नहीं है। सरकार के पास से नुकसान का मुआवजा देने की मांग की। गौरतलब है कि तेगवा गांव में प्रदूषण की वजह से पांच एकड़ में लगी कपास की फसल के नष्ट हो गई है।