राज्य में कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। सूरत में सबसे अधिक कोरोना पॉजिटिव के गंभीर मरीजों की मौत हो रही है। राज्य स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना मरीजों के लिए अधिकारियों की नियुक्ति की है। इससे व्यवस्थाओं में थोड़ा सुधार देखने को मिल रहा है। न्यू सिविल अस्पताल में किडनी-हार्ट अस्पताल बिल्डिंग में डेडबॉडी हेल्पडेस्क बनाया गया है। चिकित्सकों ने बताया कि यहां ओल्ड बिल्डिंग और किडनी अस्पताल में भर्ती कोरोना मरीजों की मृत्यु होने पर शव किडनी अस्पताल के कोल्ड स्टोरेज में रखने की व्यवस्था की गई है। इसी जगह से परिजनों को एम्बुलेंस की व्यवस्था के साथ शव पैक करके दिया जाता है। पिछले कुछ समय से कोरोना पॉजिटिवि, निगेटिव और संदिग्ध मरीजों की मौत के मामले बढ़ गए हैं।
मरीजों की मौत के बाद परिजनों को शमशान गृहों पर भी लम्बी वेटिंग से होकर गुजरना होता है। मनपा स्वास्थ्य विभाग ने हाल में ही पाल क्षेत्र में एक पुराना बंद शमशान गृह भी कोरोना मृतकों के अंतिम संस्कार के लिए शुरू किया है। यहां प्रतिदिन 60 से 70 शवों का अंतिम संस्कार किया जाता है। वराछा अश्विनी कुमार शमशान गृह, उमरा शमशान गृह में भी कोरोना मृतकों के अंतिम संस्कार की व्यवस्था की गई है।