सूरत रेलवे स्टेशन पर कम जगह होने के कारण ट्रेनों के संचालन तथा रख-रखाव में परेशानी होती है। इसलिए रेलवे उधना स्टेशन को सेटेलाइट स्टेशन के तौर पर विकसित करने पर फोकस कर रही है। हाल में देशभर के रेलवे स्टेशनों के लिए जारी किए स्वच्छता सर्वेक्षण में उधना स्टेशन ने लम्बी छलांग लगाते हुए पश्चिम रेलवे में प्रथम और देशभर में 16वें स्थान हासिल किया है। जबकि सूरत स्टेशन को 18वां स्थान मिला है।
उधना स्टेशन पर ट्रेनों के रख-रखाव के लिए पीट लाइन का काम चल रहा है। लेकिन, बार-बार प्लान बदलने से पीट लाइन का कार्य पूरा करने में देरी हो रही है। उधना यार्ड के पीट लाइन को चलथान तथा सूरत दोनों तरफ की मेन लाइन से जोडऩे का कार्य पूरा हो गया है। जबकि ड्रेनेज, इलेक्ट्रिक और रेलवे ऑफिस बनाना बाकी है। अधिकारियों ने बताया कि पीट लाइन को मेन लाइन से जोडऩे का कार्य पूरा हो गया है। इसलिए पश्चिम रेलवे जोन के चीफ रेलवे कमिश्नर (सुरक्षा)के 20 अक्टूबर को रेलवे ट्रैक का निरीक्षण करने के लिए उधना आने की संभावना है। उधना स्टेशन पर पीट लाइन को तैयार करने के बाद ट्रेनों के रख-रखाव में आसानी होगी।
सूरत स्टेशन से ट्रेनों का मैंटेनेंस पूरा होने के अलावा उधना यार्ड में भी यह सुविधा शुरू होने से ट्रेनों के परिचालन में आसानी होगी। उल्लेखनीय है कि, बारिश के दौरान पीट लाइन पर निर्माण कार्य पूरी तरह से बंद था। अब जबकि बारिश रुक गई है तो पीट लाइन का कार्य तेजी से पूरा करने पर जोर दिया जा रहा है। स्थानीय अधिकारियों के अलावा मुम्बई से भी अधिकारियों का दौरा पीट लाइन समेत दूसरे कार्य को पूरा करने के लिए किया जा रहा है।
निजी कंपनियां उधना शिफ्ट होने के लिए तैयार नहीं सूरत रेलवे स्टेशन दिल्ली गेट के पास लो लेवल यार्ड में मालगाड़ी की आवाजाही होती है। यहां प्रतिदिन तीन-चार मालगाड़ी में अलग-अलग बड़ी कंपनियों के द्वारा सामान लाया जाता है। मुम्बई रेल मंडल प्रबंधक सुनीलकुमार ने उधना स्टेशन का निरीक्षण करने के दौरान शेष रह गए कार्यो को जल्दी पूरा करके सूरत के लो लेवल यार्ड को उधना में शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे। लेकिन, यार्ड में सभी जरूरी सुविधाएं पूरी होने के बाद भी निजी कंपनियां उधना शिफ्ट होने के लिए तैयार नहीं है। अब तक दिल्ली गेट से काम चलने के कारण कंपनियों को इसी जगह से माल-सामान की ढुलाई करने में सहुलियत है। उधना यार्ड से काम शुरू करने के लिए कंपनियों को डेडलाइन नहीं दी गई है। यार्ड में बिजली-पानी समेत दूसरी सुविधाएं शुरू भी पूरी की जा चुकी है।