मामले की जांच कर रहे डिंडोली थाना प्रभारी वी.एम. मकवाना ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दोनों बच्चों की मौत दम घुटने से होने की जानकारी मिली है। चिकित्सकों के मुताबिक दोनों को उल्टी हुई, जिससे खाना उनकी सांस की नली में फंस गया। सांस नहीं ले पाने के कारण उनकी मौत हो गई। उनके शरीर पर किसी प्रकार की चोट के निशान नहीं मिले हैं। गौरतलब है कि डिंडोली में मानसी रेजिडेंसी निवासी हेलिस महेश रूपावाला (4) और विराज निखिल जरीवाला (5) एक कार में मृत पाए गए थे। दोनों दोपहर करीब एक बजे घर से नमकीन लेने निकले थे और फिर लौट कर नहीं आए। दोनों के लापता होने पर परिजनों ने संभावित स्थानों पर उन्हें खोजा और डिंडोली पुलिस को खबर दी। शाम सवा सात बजे दोनों सोसायटी के निकट पार्क एक कार में पड़े मिले। परिजनों ने कार का शीशा तोड़ कर उन्हें बाहर निकाला और निकट के अस्पताल पहुंचाया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। कार जयेश नाम के युवक की है। वह तीन दिन पहले गांव सेे कार लेकर आया था। कार के दरवाजे खुले थे। पुलिस का मानना है कि दोनों बच्चे कार में बैठे और दरवाजे बंद करने पर लॉक हो गए। छह से सात घंटे तक कार में बंद रहने के कारण घबराहट और दम घुटने से उनकी मौत हुई होगी। परिजनों का कहना है कि सोसायटी के आसपास दो महिलाओं और दो युवकों को बच्चों ने संदिग्ध हालत में देखा था। उन्होंने ही हेलिस और विराज का अपहरण कर उनकी हत्या की और शव कार में डाल कर फरार हो गए होंगे। हत्या की आशंका को लेकर परिजनों ने अस्पताल में हंगामा मचाया और पोस्टमार्टम के लिए फार्म पर हस्ताक्षर करने तथा शव लेने से मना कर दिया। उन्होंने मामले की न्यायिक जांच की मांग की। हंगामे की वजह से स्मीमेर अस्पताल के चिकित्सकों काफी देर इंतजार करना पड़ा। खबर मिलने पर थाना प्रभारी मकवाना और महकमे के अन्य पुलिस अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए। उनके समझाने और मामले की जांच करने का आश्वासन मिलने पर परिजन माने। पोस्टमार्टम के बाद दोपहर दो बजे शव परिजनों को सौंप दिए गए।