रक्षामंत्री ने पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर हुए टकराव के दौरान चीन की चीनी सेना पीएलए के खिलाफ भारतीय सेना के मोर्चा लेने और एलएसी पर गतिरोध के दौरान सैनिकों के साहस को सराहनीय बताया। उन्होंने सैन्य कमांडर्स को संबोधित करने के साथ ही दो विवेचना सत्रों में भी हिस्सा लिया। इन सत्रों में तीनों सेनाओं के आधुनिकिकरण, थियेटर कमांड और नई सैन्य-तकनीक पर चर्चा हुई। इस दौरान डिपार्टमेंट ऑफ मिलिट्री एफेयर्स (डीएमए) ने सशस्त्र सेनाओं की ऑपरेशनल तैयारियों, आधुनिकिकरण और चुनौतियों को लेकर एक प्रेजेंटेशन दिया।
इसके अलावा सैनिकों के उत्साह और हौसले पर भी एक सेशन हुआ। रक्षामंत्री ने युवा सैन्य अफसरों और सैनिकों के नई सैन्य तकनीक और प्रणाली ईजाद करने पर भी चर्चा की। इस दौरान कुछ ऑपरेशनल चर्चाएं बंद कमरे में हुई, जिसे क्लासीफाइड रखा गया है। इससे पहले रक्षामंत्री ने केवडिय़ा में नवनिर्मित हैलीपैड का भी निरीक्षण किया। इसके बाद मिलिट्री कमांडर्स और रक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ रक्षमंत्री स्टेच्यू ऑफ यूनिटी गए और सरदार पटेल को श्रद्धांजलि अर्पित की।
प्रधानमंत्री आज होंगे शामिल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को केवडिय़ा पहुंचेंगे। कांफ्रेंंस के तीसरे दिन प्रधानमंत्री मिलिट्री कमांडर्स को संबोधित करेंगे और देश की रणनीति पर बात करेंगे। साथ ही रक्षा क्षेत्र में देश के आत्मनिर्भर बनने के विकल्पों पर भी वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों के चर्चा करेंगे।