देहरादून-बान्द्रा टर्मिनस एक्सप्रेस सोमवार रात 10.17 बजे सूरत पहुंची और 10.25 बजे रवाना हो गई। सूरत से इंजन के पीछे पांचवें नम्बर के कोच में दो सरदार चढ़े थे। ट्रेन रवाना होने के बाद दोनों ने जनरल कोच के यात्रियों को चाकू और तलवार दिखाकर लूटपाट शुरू कर दी। किसी यात्री ने रेलवे हेल्पलाइन के कंट्रोल रूम को इसकी सूचना दी। कंट्रोल रूम से घटना की जानकारी मुम्बई डिवीजन के वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त एस.आर. गांधी को दी गई। गांधी ने सूरत स्टेशन पर रेलवे सुरक्षा बल के सहायक सुरक्षा आयुक्त राकेश पांडेय को इससे अवगत करवाया।
सीसीटीवी फुटेज से हुई पहचान ट्रेन में यात्रियों के साथ लूटपाट की घटना के बाद सबसे पहले सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए। करीब एक-डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद यात्रियों द्वारा बताए गए दो जनों की पहचान कर ली गई। जांच में पता चला कि दोनों रात करीब 9.58 बजे प्लेटफॉर्म संख्या चार से स्टेशन परिसर में दाखिल हुए थे। उन्होंने पंजाब से सूरत आकर लूट को अंजाम दिया। पुलिस दोनों से गहन पूछताछ कर रही है।
ट्रेन में दहशत वलसाड रेलवे सुरक्षा बल के जवानों ने पूछताछ की तो चार-पांच यात्रियों के साथ लूटपाट की जानकारी मिली। रेलवे पुलिस ने यात्री आनंद जेम्स रॉबर्ट को फरियादी बनाकर लूट की रिपोर्ट दर्ज की है। आनंद ने पुलिस को बताया कि उसके पास ग्यारह सौ रुपए और कुछ डॉक्यूमेंट थे, जो लूट लिए गए। दूसरे यात्रियों ने दो सौ-पांच सौ रुपए लूटे जाने की बात कही। यात्रियों ने बताया कि सूरत से वलसाड पहुंचने तक ट्रेन में दहशत का माहौल था।