शाह ने बताया कि 12009 मुम्बई-अहमदाबाद शताब्दी एक्सप्रेस मुम्बई से सुबह 6.30 बजे रवाना होकर 12.45 बजे अहमदाबाद पहुंचती है। इसके बाद दोपहर 2.40 बजे तक ट्रेन प्लेटफॉर्म पर खड़ी रहती है। इसके प्लेटफॉर्म पर खड़े रहने से दूसरी ट्रेनों का आवागमन बाधित होता है। शताब्दी एक्सप्रेस का मेंटेनेंस मुम्बई में रात को ट्रेन पहुंचने के बाद किया जाता है।
शताब्दी में ऑन बोर्ड हाउस कीपिंग स्टाफ चलता है, इसलिए सफाई की समस्या नहीं है। ट्रेन में नाश्ता भी मुम्बई तथा अहमदाबाद से चढ़ाया जाता है। ट्रेन सूरत पहुंचने पर रात का खाना यहां से चढ़ता है। गांधीनगर से ट्रेन शुरू किए जाने पर अहमदाबाद से नाश्ता चढ़ाने की व्यवस्था की जानी चाहिए। गांधीनगर में कई बड़े कार्यालय और हाइकोर्ट है, जिसके कारण लोगों का यहां आना-जाना अधिक होता है। वापी, वलसाड, सूरत, भरुच और वडोदरा की जनता को सीधे गांधीनगर के लिए ट्रेन मिल जाएगी। वलसाड से अहमदाबाद के लिए गुजरात क्वीन एक्सप्रेस सुबह 5.43 बजे रवाना होती है।
इसके बाद कोई फास्ट ट्रेन अहमदाबाद के लिए नहीं है। लोगों को अहमदाबाद पहुंचने के बाद बस या ऑटो रिक्शे से गांधीनगर जाना होता है। राकेश ने बताया कि अहमदाबाद पहुंचने के बाद शताब्दी एक्सप्रेस गांधीनगर भेजी जाएगी तो करीब डेढ़ बजे पहुंचेगी। पंद्रह मिनट के विराम के बाद ट्रेन 1.45 बजे गांधीनगर से रवाना हो तो 2.25 बजे अहमदाबाद आ जाएगी। इससे यह पूर्व निर्धारित समय पर ही मुम्बई रवाना हो सकेगी।