सूरत एयरपोर्ट एक्शन कमेटी ने फिर शुरू किया चिट्ठियां लिखने का सिलसिला
हादसे के बाद फिर उठी एयरपोर्ट से पाइपलाइन हटाने की मांग
सूरत. ओएनजीसी आग हादसे के बाद मुम्बई शोर से आ रही पाइपलाइन को लेकर सवाल फिर उठने लगे हैं। सूरत एयरपोर्ट से गुजर रही पाइपलाइन को हटाने की मांग की है। मुम्बई हाइ से आ रही ओएनजीसी की 240 किमी लंबी गैस पाइपलाइन सूरत एयर पोर्ट पर रनवे से डुमस की ओर 460 मीटर अंतर से गुजरती है। इस लाइन में 65 किग्रा प्रति सेमी के प्रेशर से गैस प्लांट में पहुंचती है। रनवे पर लैंड करते समय प्लेन ओवर फुट होकर रनवे से आगे पांच सौ मीटर तक निकल गया तो यह जमीन के नीचे से गुजर रही पाइपलाइन के ऊपर पहुंच जाएगा। एयरपोर्ट पर यह पाइपलाइन जमीन से दो फीट नीचे भी नहीं है। जानकारों के मुताबिक 35 साल पुरानी यह पाइपलाइन इस स्थिति में नहीं है कि हवाई जहाज का 70 टन वजन झेल पाए।