रेवाड़ी रैली में बोले पीएम मोदीः अब हिंदुस्तान आंख झुकाकर नहीं, मिलाकर बात करता है बताया जा रहा है कि हीरे जब लेबोरेटरी में जाच के लिए भेजे जाते हैं उस दौरान उन पर किरणे ड़़ाली जाती है। इस प्रक्रिया के दौरान कुछ हीरे प्राकृतिक होते हुए भी कुछ कारणो से कृत्रिम के तौर पर मशीन से रिजेक्ट कर दिए जाते हैं। उनकी कीमत थोड़ी कम रहती है। ऐसे हीरे बहुत कम निकलते हैं। इसके बावजूद इसकी समस्या कई दिनोंं से आ रही थी।
इसके अलावा डायमंड एसोसिएशन ने सैफ डिपोजिट वोल्ट संचालकों से 18 नवंबर से वॉल्ट शुरू करने का आग्रह किया। बारामुला आतंकी हमले में बाल-बाल बचा दुकानदार, तलाशी अभियान जारी हीरा उद्यमी चंदू शेटा ने बताया कि फ्लोरोसन्स हीरों का प्रमाण बहुत कम होता है। इससे इन्डस्ट्री को कोई असर नहीं पड़ेगा। कुछ टैक्निकल कारणो से जांच के दौरान इसे बाहर निकाल दिया जाता है।