सूरत समेत दक्षिण गुजरात में खाताधारकों में बेचैनी
यस बैंक के बाहर लगी कतारें, लोगों में अफरा-तफरी, जमापूंजी पर संकट

सूरत. यस बैंक की मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए रिजर्व बैंक ने ३० दिन के लिए खातों में जमा धन की निकासी को अधिकतम ५० हजार रुपए पर सीमित कर दिया है। यस बैंक के खाताधारकों के खातों से धन निकासी पर यह आर्थिक पाबंदी शुक्रवार से शुरू हो गई। सूरत शहर में यस बैंक की तीन शाखाएं हैं। पहले ही दिन बैंक शाखाओं के बाहर लंबी कतारें लग गईं। इस नजारे ने लोगों को नोटबंदी के दिनों की याद दिला दी। सूरत जैसी स्थिति कमोबेश समूचे दक्षिण गुजरात में देखने को मिली और हर जगह बैंकों के बाहर यही नजारा आम रहा।
खातों से लेन-देन के इस आर्थिक नियंत्रण के कारण कोई भी खाताधारक महीने में सिर्फ 50 हजार रुपए तक की राशि ही निकाल सकेगा। ऐसे में ठेकेदारों और व्यापारियों ही नहीं आमजन में भी बेचैनी है। जहां ठेकेदारों को लेबर के भुगतान की मुश्किल पेश आएगी तो नोटबंदी और जीएसटी के बाद नकदी संकट से जूझ रहे कारोबारियों को भी मुश्किल में डालने वाली साबित होगी।
आगामी दिनों में होली का त्योहार है, ऐसे में जिन नियोक्ताओं के खाते यस बैंक में हैं उनके कर्मचारियों के समक्ष वेतन का संकट खड़ा हो सकता है। यस बैंक के शेयरों में आई गिरावट भी लोगों की परेशानी बढऩे की बड़ी वजह है। यस बैक के ग्राहकों को अपनी जमापूंजी डूबने का डर सता रहा है। बैंकिंग सूत्रों के अनुसार यह पाबंदी मेेडिकल इमरजेंसी, शादी, एज्युकेशन फीस व अन्य जरूरतों पर लागू नहीं होगी।
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