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ऐसा क्या हुआ जो बीच में ही रोकनी पड़ गई सामान्य सभा की कार्रवाई?

locationसूरतPublished: Oct 23, 2019 08:29:47 pm

पानी के मामले पर विवाद के बाद सामान्य सभा संपन्न, महापौर ने ध्वनिमत से पारित किए शेष प्रस्ताव, विरोध के कारण बीच में रोकी कार्रवाई

ऐसा क्या हुआ जो बीच में ही रोकनी पड़ गई सामान्य सभा की कार्रवाई?

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सूरत. शहर के कुछ इलाकों में 24 गुणा 7 पानी की आपूर्ति के प्रस्ताव पर विपक्ष के विरोध के कारण हंगामे की स्थिति बन गई। विरोध बढ़ता देख महापौर डॉ. जगदीश पटेल ने कार्रवाई बीच में ही रोक ध्वनिमत से सभी प्रस्तावों को पारित मान सामान्य सभा की कार्रवाई को संपन्न करा दिया। इससे पहले शून्यकाल में भी एक बार विवाद की स्थिति बनी थी, जिसे महापौर ने संभाल लिया था।
स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के एरिया डवलपमेंट प्रोग्राम के तहत ईस्ट और साउथ ईस्ट जोन में अलग-अलग सात टीपी स्कीम में २४ गुणा ७ पानी आपूर्ति की व्यवस्था की जानी है। इसके साथ ही शहर के अन्य चुनीदा इलाकों में भी 24 गुणा 7 पानी आपूर्ति के नेटवर्क के प्रस्ताव को सामान्य सभा के एजेंडे पर लिया गया था। चर्चा के दौरान विपक्ष ने इस व्यवस्था पर आपत्ति जताते हुए विरोध दर्ज कराया। कांग्रेस पार्षद असलम साइकिलवाला ने इस व्यवस्था का विरोध करते हुए कहा कि सत्तापक्ष और सूरत मनपा प्रशासन पानी के नाम पर धंधा करना चाहते हैं। पानी को व्यापार बनाने के बयान पर महापौर ने ऐतराज जताया तो दोनों पक्षों की ओर से विवाद की स्थिति बन गई।
विवाद बढ़ता देख महापौर ने एजेंडा में शामिल शेष सभी प्रस्तावों को ध्वनिमत से मंजूर मानते हुए सामान्य सभा की कार्रवाई को संपन्न कर दिया। विपक्ष ने इस प्रस्ताव को मतदान के बजाय ध्वनिमत से पारित करने की व्यवस्था का भी विरोध किया। गौरतलब है कि स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत मनपा प्रशासन को केंद्र की गाइडलाइन के तहत इस क्षेत्र में 24 गुणा 7 पानी आपूर्ति की व्यवस्था करनी होगी। इससे पहले यूपीए शासन में जेएनएनयूआरएम के तहत भी यह बाध्यता थी, जिसके कारण कई क्षेत्रों में सूरत महानगर पालिका प्रशासन ने 24 गुणा 7 पानी आपूर्ति के नेटवर्क डालकर लोगों को २४ घंटे पानी आपूर्ति शुरू की है।
इससे पहले शून्यकाल में चर्चा के दौरान भी एक बार ऐसी स्थिति बनी थी, जब सामान्य सभा की कार्रवाई बाधित होते-होते बची। डेंग्यू पर बोलते हुए साइकिलवाला ने सूरत शहर को ब्रिज, डायमंड और टैक्सटाइल सिटी समेत डेंग्यू सिटी का तमगा दे दिया। अपने बयान के दौरान जैसे ही साइकिलवाला ने कहा कि सूरत प्रदेश में सबसे ज्यादा डेंग्यू प्रभावित शहर है, महापौर ने आपत्ति जताते हुए कहा कि यह गलत वक्तव्य है। आंकड़ों का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि सूरत प्रदेश के सर्वाधिक डेंग्यू प्रभावित शहरों में शीर्ष पर नहीं है। इसके साथ ही उन्होंने साइकिलवाला को बैठने की हिदायत के साथ ही प्रश्नकाल शुरू करने का ऐलान कर स्थिति को संभाल लिया था।
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