पुलिस के मुताबिक, महिलाओं समेत कुछ हरिभक्तों ने मंदिर में प्रवेश कर शुक्रवार को हंगामा मचाया। मंदिर जहां महिलाओं को प्रवेश की अनुमति नहीं है, वहां भी कुछ महिलाएं पहुंच गई। इस पर पुजारी व संतों ने उन्हें रोकने का प्रयास किया। इस पर उन्होंने हंगामा मचाया और धक्का-मुक्की कर मंदिर में लगे शीशे तोड़ दिए। उसके बाद सुबह भी महिलाओं समेत हरिभक्तों ने मंदिर पर हंगामा मचाया। इस संबंध में पुजारी से शिकायत मिलने पर पुलिस कार्रवाई की गई और हंगामा मचा रहे हरिभक्तों को मौके से डिटेन किया गया।
वहीं, हरिभक्तों का पक्ष रखते हुए एक हरिभक्त दिनेश का आरोप है कि स्थानीय भक्तों ने अपनी संतानों में संस्कार के सिंचन के लिए बचत के पांच सौ से एक हजार रुपए का दान कर मंदिर का निर्माण करवाया था, लेकिन दानदाताओं को ही मंदिर में प्रवेश करने से रोका जाता है।
उन्हें भजन किर्तन नहीं करने दिया जाता है। ट्रस्टी व संत मंदिर पर अपना दावा करते हैं। हरिभक्तों को प्रवेश करने से रोकने के लिए उन्होंने शुक्रवार को मूर्ति के सामने लगे शीशे तोड़ दिए और फिर बुला कर उनके खिलाफ कार्रवाई की।
उल्लेखनीय है कि स्वामीनारायाण मंदिर वड़ताल स्वामीनारायण संप्रदाय से संलग्न है। वड़ताल के गादीपति राकेश प्रसाद महाराज व अजयेन्द्र प्रसाद महाराज के बीच वर्षो से वर्चस्व की लड़ाई जारी है। जिसके चलते उनके समर्थक भी दो खेमों में बंट गए हैं और अपना प्रभाव बढ़ाने के लिए दोनों पक्षों के बीच लंबे समय से विवाद चल रहा है।
———————— एक और कर्मचारी ने अपने सेठ से दो करोड़ की रंगदारी मांगी – कतारगाम पुलिस ने मामला दर्ज किया गिरफ्तार सूरत. कपड़ा व्यापारी से डी कंपनी के नाम पर दो करोड़ रुपए की रंगदारी मांगने की घटना के बाद एक कंस्ट्रक्शन कारोबारी के पूर्व कर्मचारी द्वारा सेठ से रंजिश रख दो करोड़ की रंगदारी मांगने का मामला सामने आया है। इस संबंध में पीडि़त कारोबारी की शिकायत पर कतारगाम पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी पूर्व कर्मचारी को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस के मुताबिक, मोटा वराछा स्वास्तिक रो-हाउस निवासी विजय सुतरिया डभोली चार रस्ता अमी सोसायटी निवासी विजय विराणी से दो करोड़ रुपए की रंगदारी मांग कर परेशान करवा रहा था। दरअसल, कंस्ट्रक्शन का कारोबार करने वाले विराणी ने अपने सरकारी ठेकों के काम के लिए उसे नौकरी पर रखा था। उस दौरान सुतरिया ने गड़बड़ियां की।
वह सिमेंट, बजरी,डीजल समेत अन्य सामान साइट पर इस्तेमाल करने के बदले चोरी छिपे बेच देता था।उसकी यह पोल खुलने पर उन्होंने उसे नौकरी से निकाल दिया था। तब से वह उनसे रंजिश रखे हुए था और अज्ञात नम्बरों से कॉल कर व अलग- अलग तरीकों से डरा -धमका कर दो करोड़ रुपए की मांग कर रहा था। रुपए नहीं देने पर परिवार समेत जान से मारने की धमकी देता था। वह अनजान लोगों से पीछा करवाता था। उसकी ऑफिस के फोटो व वीडियो बनवाता था।
विराणी के मित्रों से बात कर समझौता करने के लिए भी दबाव डलवाता था। ऐसा नहीं करने पर परिवार समेत जान से मारने की धमकी देता था। इस पर पीडि़त ने कतारगाम पुलिस का संपर्क कर प्राथमिकी दर्ज करवाई। पुलिस ने मामले की पड़ताल कर विजय सुतरिया को हिरासत में लिया और उससे इस साजिश में शामिल उसके साथियों के बारे में पूछताछ की जा रही है।
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