वलसाड के आजाद चौक से तिथल चौराहे तक कई अस्पताल हैं। यहां गाडिय़ों व डीजे के शोर शराबे से मरीजों को दिक्कत होने के कारण चार साल पहले क्षेत्र को साइलन्ट जोन घोषित किया गया है। इस रोड से सटे आवाबाई स्कूल में कई साल से गरबा का आयोजन किया जाता है। इससे इस विस्तार के अस्पातलों मे भर्ती मरीजों को बहुत परेशानी होती है। सौ से ज्यादा डॉक्टरों ने कलक्टर को ज्ञापन देकर इस बार यहां गरबा आयोजन की मंजूरी न देने की मांग की। स्कूल के बगल में ही डॉक्टर हाउस अस्पताल और आंख का बड़ा अस्पताल है। मैदान के सामने भी चार से पांच बच्चों का इलाज करने वाले अस्पताल हैं।
डॉक्टरों के अनुसार नौ दिनों तक 12 बजे तक गरबा होता है, जो मरीजों के लिए खतरनाक है। दूसरी तरफ गरबा आयोजकों ने कहा है कि गत वर्ष भी विरोध किया गया था, जिसके बाद प्रशासन ने गौरवपथ रोड से मैदान की दूरी नापी थी, जो सौ मीटर से काफी दूरी पर है। आयोजकों के अनुसार गरबा का आयोजन नियमों के तहत होता है और 12 बजे बंद हो जाता है।
सांई प्रसाद वितरित भरुच. अंकलेश्वर शहर के विभिन्न क्षेत्रों में प्रति गुरुवार को सांईं प्रसाद का वितरण पिछले कई माह से सांई मिशन हैप्पीनेस संस्था की ओर से किया जा रहा है। आम लोगों के साथ गरीब परिवारों को प्रति गुरुवार को सांईं प्रसाद प्रदान किया जाता है, जिसका लाभ लोगों की ओर से उठाया जा रहा है। सांई प्रसाद वितरण का कार्य पिछले कई माह से सांई मिशन हैप्पीनेस संस्था की ओर से किया जा रहा है। संस्था के प्रमुख राजू रावत ने कहा कि अंकलेश्वर शहर एवं जीआइडीसी के विभिन्न स्थानों पर गुरुवार को सांई प्रसाद लोगों को वितरित किया जाता है।