शहर में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 7319 हो गई है। मनपा स्वास्थ्य विभाग की टीम रोजोना कंटनमेंट एरिया की संख्या बढ़ाती जा रही है, लेकिन वायरस की रोकथाम नहीं हो पा रही है। न्यू सिविल अस्पताल के कोविड-19 हॉस्पिटल में प्रतिदिन दो सौ से अधिक कोरोना मरीज भर्ती किए जा रहे है। इसमें बड़ी संख्या संक्रमित मरीजों का इलाज करने वाले फ्रंट फाइटर डॉक्टर, नर्सिंग स्टाफ भी शामिल हैं। साढ़े तीन माह के दौरान जुलाई के दो सप्ताह में शहर के सरकारी और निजी अस्पतालों में कार्य करने वाले डॉक्टर, नर्सिंग स्टाफ समेत अन्य मेडिकल स्टाफ सबसे अधिक कोरोना संक्रमित हुए हैं। इससे कोविड-19 हॉस्पिटल में भर्ती कोरोना पॉजिटिव मरीजों के इलाज में परेशानी आ रही है। इसके विकल्प में राज्य स्वास्थ्य विभाग ने दूसरे शहरों से डॉक्टरों को सूरत कोविड-19 हॉस्पिटल में नियुक्त करने का निर्णय किया है।
हाल में ही गांधीनगर से 12 डॉक्टरों को सूरत कोविड-19 हॉस्पिटल में नियुक्ति का परिपत्र जारी किया है। इसमें असिस्टेंट प्रोफेसर, ट्यूटर, रेजिडेंट समेत अन्य डॉक्टर शामिल हैं। यह सभी हाल में अहमदाबाद सिविल अस्पताल, अहमदाबाद जी. सी. एस. मेडिकल कॉलेज और अहमदाबाद के 1200 बेड, सिविल अस्पताल में नियुक्त थे। इन सभी 12 डॉक्टरों को पन्द्रह दिन के डेप्यूटेशन पर सूरत कोविड-19 हॉस्पिटल में तैनात किया गया है।
दो सप्ताह में 89 डॉक्टर, 28 नर्स पॉजिटिव हुए जुलाई के दो सप्ताह में सबसे अधिक 89 डॉक्टर, 28 नर्सिंग स्टाफ समेत अन्य मेडिकल स्टाफ कोरोना पॉजिटिव आए है। एक से 13 जुलाई तक न्यू सिविल अस्पताल के कोविड-19 हॉस्पिटल में कार्यरत 46 डॉक्टर, 15 नर्स, एक काउंसलर, एक लैब टेक्नीशियन, एक कर्मचारी कोरोना संक्रमित हुए। ग्रामीण क्षेत्रों में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के तीन डॉक्टर और एक फर्मासिस्ट कोरोना संक्रमित हुए है। स्मीमेर अस्पताल में नौ डॉक्टर, छह नर्स और दो वार्ड बॉय कोरोना संक्रमित हुए है। वहीं निजी अस्पतालों में कार्यरत 31 डॉक्टर, सात नर्स, तीन लैब टेक्नीशियन, चार फर्मासिस्ट, एक वार्ड बॉय, एक ड्राइवर कोरोना संक्रमित हुए हैं।
ऑर्डर 150 का, आए 59 कोरोना मरीजों की देखभाल करने में नर्सिंग स्टाफ महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। कोविड-19 हॉस्पिटल शुरू होने के बाद नए डॉक्टर, नर्सिंग स्टाफ की भर्ती नहीं हुई है। पहले से कार्यरत डॉक्टर व नर्सिंग स्टाफ ही कोविड-19 मरीजों की देखभाल कर रहे है। हाल में ही न्यू सिविल अस्पताल प्रशासन ने नर्सिंग स्टाफ की डिमांड राज्य सरकार से की थी। इसके बाद राज्य स्वास्थ्य विभाग ने गुजरात के अलग-अलग शहरों के सरकारी अस्पतालों में कार्यरत 150 नर्सिंग स्टाफ को सूरत कोविड-19 हॉस्पिटल में डेप्यूटेशन पर नियुक्त करने का परिपत्र जारी किया था। लेकिन अब तक सिर्फ 59 नर्सिंग स्टाफ ही डेपुटेशन पर नौकरी करने पहुंचे। आगमी दिनों में दूसरे शहरों से और नर्सिंग स्टाफ को सूरत कोविड-19 हॉस्पिटल में डेप्यूटेशन पर लाने की कवायद की जा रही है।