वे डार्क वेब के मार्फत दिल्ली से प्रतिबंधित नशीले पदार्थ मंगवाते थे और फिर सूरत की हाई सोसायटी में अपने चुनिंदा ग्राहकों को बेचते थे। उनके बारे में दिल्ली नॉरकोटिक्स ब्यूरो को इनपुट में मिलने पर दिल्ली से आई टीम ने एसओजी की मदद से उनके फ्लैट और अन्य ठिकानों पर छापा मारा।
पुलिस टीम को उनके कब्जे से दो किलोग्राम हाइब्रिड गांजा, 100 ग्राम चरस,300 से अधिक नशे की टेबलेट्स मिली है। जिन्हें पुलिस ने जब्त कर लिया है और दोनों को ट्रांजिट रिमांड पर पूछताछ के लिए दिल्ली ले जा रही है।
क्या है डार्क वेब :
सायबर स्पेस के तीन प्रकार सरफेस वेब, डीप वेब व डार्क वेब है। इनमें डार्क वेब अवैध है। अपराधिक तत्व इसी के जरिए गैर कानूनी गतिविधियों को अंजाम देते है। डार्क वेब के डेटा गूगल या अन्य सामान्य सर्च इंजन पर प्रदर्शित नहीं होते है। विशेष रूप से तैयार किए गए ब्राउजर के जरिए ही डार्क वेबसाइट्स ओपन की जा सकती है। क्योंकि इनके आईपी एड्रेस हिडन मोड में होते है।
डार्क वेब पर पोर्नोग्राफी, चाइल्ड ट्रैफिकिंग, ड्रग्स का अवैध कारोबार, सैक्स रैकेट, प्रतिबंधित चीजों की तस्करी, आतंकी गतिविधियों को अंजाम दिया जाता है। इनका अवैध लेनदेन बिट कोइन में होता है। डार्क वेब पर कई अवैध कम्युनिटी ग्रुप सक्रिय है।
सोसायटी के लोग स्तब्ध :
बताया जाता है कि रसूखदार परिवार से ताल्लुक रखने वाले कृणाल के यहां कार्रवाई से सोसायटी के लोग स्तब्ध हैं। कृणाल के पिता का ओलपाड़ में लूम कारखाना है। वहीं कुणाल वेसू में फास्ट फूड का कारोबार करता है। उसकी बर्गर शॉप है। परिजनों इससे खुद को अंजान बता रहे है। परिजनों का कहना है कि अचनाक पुलिस शुक्रवार रात आई और दोनों को हिरासत में ले लिया। वहीं, सोसायटी के लोग भी इससे स्तब्ध है।
हाईफाई नेटवर्क से सूरत पुलिस रही बेखबर :
पिछले करीब दो वर्षो से नशे के अवैध कारोबार के खिलाफ विशेष मुहिम चला रही सूरत पुलिस को गोलवाला दंपति के गोरखधंधे की भनक तक नहीं लगी। सूत्रों का कहना है कि कृणाल उर्फ कार्तिक व उसकी पत्नी लंबे समय से दिल्ली के ड्रग माफियाओं से सभी तरह नशीले पदार्थ मंगवा कर सूरत में हाई सोसायटी के अपने ग्राहकों को मुंह मांगे दामों पर बेचते थे, लेकिन सूरत पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी।
30 से अधिक तरह के नशीले पदार्थ :
सूत्रों का कहना है कि कृणाल उर्फ कार्तिक अपने फास्ट फूड रेस्टोरंट से नशीले पदार्थो की अवैध बिक्री का नेटवर्क चलाता था। दिल्ली एनसीबी की टीम ने उसके फ्लैट व वेसू स्थित रेस्टोरंट से गांजा, चरस, मेफेड्रोन व 30 से अधिक अलग अलग किस्म के नशीले पदार्थ बरामद किए है। हालांकि इस बारे में कोई खुलासा नहीं किया गया है।
इनका कहना :
दिल्ली एनसीबी को जो इनपुट में मिले थे, उनके आधार पर कार्रवाई की गई। एसओजी सिर्फ मदद में शामिल थी। आरोपियों को ट्रांजिट रिमांड पर दिल्ली ले जाया गया है। प्राथमिक पूछताछ में इतना ही पता चला है कि आरोपी दंपति पिछले छह महीनों से नशे का अवैध कारोबार कर रहे थे। दिल्ली एनसीबी की पूछताछ में जो तत्थ सामने आएंगे। उसके हिसाब से आगे की कार्रवाई की जाएगी।
– आरएस सुवेरा (थाना प्रभारी एसओजी)