scriptएक महीने में शुरू हो सकता है दुरंतो ट्रेनों का हॉल्ट | Duronto trains halt may start in a month | Patrika News

एक महीने में शुरू हो सकता है दुरंतो ट्रेनों का हॉल्ट

locationसूरतPublished: Jul 13, 2021 09:59:25 pm

Submitted by:

Sanjeev Kumar Singh

– उम्मीद: सूरत से रेलवे राज्य मंत्री बनने के बाद…
– सूरत में दुरंतो एक्सप्रेस के स्टॉपेज को मिल सकती है मंजूरी
– सूरत-महुआ समेत यूपी-बिहार की साप्ताहिक ट्रेनों को भी प्रतिदिन चलाने पर हो सकता है निर्णय
 

एक महीने में शुरू हो सकता है दुरंतो ट्रेनों का हॉल्ट

एक महीने में शुरू हो सकता है दुरंतो ट्रेनों का हॉल्ट

संजीव सिंह @ सूरत.

पिछले सप्ताह सूरत से सांसद दर्शना जरदोश के रेलवे राज्यमंत्री कार्यभार संभालने के बाद रेलवे बोर्ड ने उनके द्वारा पूर्व में की गई मांगों का रिव्यू शुरू किया है। मुम्बई से रवाना होने वाली दुरंतो एक्सप्रेस को सूरत में ठहरवा देने की मांग पर विचार शुरू हो गया है। इसके अलावा सूरत- महुआ एक्सप्रेस को भी डेली चलाने की मांग पूरी होने की संभावना है। सूरत समेत दक्षिण गुजरात में रहने वाली बिहार और उत्तरप्रदेश निवासियों के लिए चल रही साप्ताहिक ट्रेनों के फेरे बढ़ाने की मांग भी अब तेज हो गई है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, रेलवे बोर्ड ने सूरत से दुरंतों ट्रेनों के हॉल्ट सहित पिछले 10 वर्षों से लंबित मांगों की लिस्ट मंगाई है। अब तक रेलवे लगातार ऑपरेशनल कारणों का हवाला देते हुए इन मांगों को खारिज करती आ रही है। लेकिन सूरत से सांसद दर्शना जरदोश के रेलवे राज्यमंत्री का पद संभालने के बाद यहां से यात्रा करने वाले रेल यात्रियों की उम्मीदें बढ़ गई है।
रेलवे बोर्ड ने पश्चिम रेलवे से सूरत की लंबित मांगों की लिस्ट मांगी है। इसके अलावा दुरंतो एक्सप्रेस के बारे में कहा कि सूरत में इन ट्रेनों को कैसे और कब से ठहराव दिया जा सकता है, इसका एक शेड्यूल बनाकर दें। उसके बाद इसकी समीक्षा की जाएगी। अब तक नियम या कॉमर्शियल हॉल्ट नहीं देने की बाध्यता के कारण लम्बे अर्से से दुरंतो एक्सप्रेस का स्टॉपेज सूरत को नहीं मिला है। लेकिन अब लगता है कि, जल्द ही सूरत स्टेशन पर सभी दुरंतो ट्रेनों का हॉल्ट शुरू हो सकता है। इसके अलावा हाल में ही दर्शना ने संसद में सूरत-महुवा एक्सप्रेस को डेली करने और उत्तर भारत की ओर जाने वाली कई ट्रेनों को रेगुलर करने की मांग की थी। अब इस मांग पर भी रेलवे बोर्ड ने विचार शुरू कर दिया है।
ट्रेनों का ठहराव देने के लिए स्थानीय स्तर के अधिकारियों से भी जानकारी मांगी गई है। हालांकि स्थानीय अधिकारी नोटिफिकेशन जारी नहीं होने के कारण सभी निर्णय पाइपलाइन में है, कहकर बात को टाल रहे हैं। अब सूत्रों ने बताया कि रेलवे बोर्ड लंबित मांगों की नए सिरे से समीक्षा करेगा। सूरत रेलवे स्टेशन ए-1 कैटेगरी में आता है। यहां दुरंतो ट्रेनों के ठहराव की मांग पिछले 10 वर्षों से की जा रही है। आय के मामले में भी सूरत स्टेशन मुम्बई रेल मंडल में मुम्बई के बाद दूसरा स्टेशन है।

स्टॉपेज मिलने से खाली सीटें भरेंगी

भारतीय रेलवे ने दुरंतो एक्सप्रेस के संचालन के बाद वर्ष 2018 में सीट उपलब्धता पर एक समीक्षा करवाई थी। 2018 की समीक्षा में पाया गया था कि मुंबई से रवाना होने वाली दुरंतो ट्रेनें 100 प्रतिशत ऑक्युपेंसी के साथ नहीं चल रही हैं। इससे खाली सीटों के साथ नुकसान हो रहा है। सूरत में हॉल्ट मिले तो सीटें भर सकती हैं। ट्रेन का कम स्टॉपेज होने से सीटें रिक्त रह जा रही थी। तृतीय एसी, द्वितीय एसी में भी ज्यादा सीटें खाली रह जाती है। उसी समय दुरंतो एक्सप्रेस के रूट पर बड़े स्टेशनों पर ट्रेनों को स्टॉपेज देकर आय बढ़ाने की चर्चा शुरू हुई थी, लेकिन बाद में पूरे निर्णय को ठंठे बस्ते में डाल दिया गया। अब एक बार फिर से दुरंतो एक्सप्रेस के ठहराव की मांग उठ रही है।
यूपी-बिहार की ट्रेनें बढ़ाने की जरूरत

ग्रीष्मावकाश और दीपावली की छुट्टियों में सूरत से बड़ी संख्या में प्रवासी उत्तरप्रदेश और बिहार अपने गांव जाते हैं, लेकिन सूरत से रोजाना ट्रेनें नहीं चलने के कारण कन्फर्म टिकट नहीं मिलती। काम खत्म कर गांव से लौटने के लिए भी बड़ी मुश्किल से टिकटें मिल पाती है। सूरत में उत्तरभारतीय समाज और बिहार प्रदेश के अलग-अलग संगठन ट्रेनों को नियमित करने और तृतीय एसी, द्वितीय एसी कोच बढ़ाने की मांग करते आ रहे हैं। उत्तरप्रदेश चुनाव के पहले यूपी-बिहार के लिए ट्रेनों की संख्या बढ़ाने के प्रयास शुरू हो गए हैं। जन प्रतिनिधियों ने बताया कि रेलवे राज्यमंत्री अभी सूरत में नहीं है, लेकिन उनके सूरत आते ही समाज के लोग उनसे मिलकर समस्याओं पर जरूर चर्चा करेंगे।
जलगांव-उधना के बीच सीआरएस निरीक्षण आज

पश्चिम रेलवे के चीफ रेलवे सिक्यूरिटी (सीआरएस) मंगलवार, 13 जुलाई को जलगांव से उधना के बीच निरीक्षण करेंगे। वह सुबह 8.30 बजे रवाना होंगे। उनके साथ मुम्बई मंडल के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहेंगे। सीआरएस तथा अन्य अधिकारी जलगांव के पास रेलवे ब्रिज नं. 374, 300/7-25 किमी के पास निरीक्षण करेंगे। यह 24/19 कमी तक चलेगा। इसके बाद 254/19-21 रेलवे गेट आदि का निरीक्षण करेंगे। इसके बाद वह अमलनेर सुबह 10.15 बजे पहुंचेंगे। सिंदखेडा 11.40 बजे, नंदूरबार दोपहर 1.15 बजे पहुंचेंगे। यहां लॉबी, आरआरआई, रनिंग रुम, कंट्रोल ऑफिस का निरीक्षण करेंगए। इसके बाद वह दोपहर 3 बजे व्यारा के लिए रवाना होंगे। व्यारा और मढ़ी स्टेशन के बाद उनका अंतिम ठहराव उधना शाम 6.25 बजे का होगा। वह रात को सूरत में कुछ घंटे रुकेंगे और रात 11 बजे रवाना हो जाएंगे।
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