गुटखा और पान मसाला खाओ, कैंसर बुलाओ
सूरतPublished: May 30, 2019 08:25:31 pm
प्रतिबंध नाममात्र, दानह में पनप रहा गुटखा कारोबारविश्व तंबाकू निषेध दिवस आज गुटखा और पान मसाला स्वास्थ्य के लिए हानिकारक, कैंसर रोगी बढ़े
गुटखा और पान मसाला खाओ, कैंसर बुलाओ
सिलवासा. स्वास्थ्य विभाग तंबाकू निषेध सप्ताह मना रहा है। विभाग ने तंबाकू सेवन से होने वाले नुकसान की जानकारी के लिए गांव-गांव में जागरण रथ दौड़ाया है। जागरण रथ गांवों और शहरों में तंबाकू से होने वाले स्वास्थ्य नुकसान के प्रति युवाओं को ध्यान आकर्षित कर रहा है। शुक्रवार को विश्व तंबाकू निषेध दिवस मनाया जाएगा।
गुटखा एवं पान मसाला में निकोटिन युक्त विषैला पदार्थ होने से स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। दादरा नगर हवेली में गुटखा व पान मसाला पर पूर्णतया प्रतिबंध है। कानून होने के बाद कुछ लोग खुलेआम गुटखा, पान-तंबाकू का व्यापार कर रहे हैं। स्वास्थ्य अधिकारियों की अनदेखी से गुटखा माफिया का धंधा खुलेआम चल रहा है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद स्वास्थ्य विभाग ने आदेश जारी करके खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत तंबाकू वितरण, संग्रह, उत्पादन, स्टॉक और क्रय-विक्रय पर प्रतिबंध घोषित किया था। जर्दा, गुटखा व तम्बाकू के सेवन पर उच्चतम न्यायालय ने 3 अप्रेल 2013 को प्रतिबंध लगाने के आदेश जारी किए थे। इसके बाद उत्पादक एवं विक्रेता गुटखा और पान मसाला को अलग अलग थैली में बेचने लगे। प्रदेश में राशन की दुकान, होटल, ढाबा, चाय-लॉरी व फुटकर विक्रेताओं के पास मांगने पर गुटखा एवं पान मसाला के पैकट्स आसानी से मिल जाते हैं। यहां गुटखा का व्यापार पड़ोसी राज्यों से हो रहा है।