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कपड़ा उद्योग पर चुनाव का ग्रहण

locationसूरतPublished: Mar 23, 2019 08:50:57 pm

Submitted by:

Pradeep Mishra

वतन गए ज्यादातर श्रमिक चुनाव के बाद ही लौटेंगे

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कपड़ा उद्योग पर चुनाव का ग्रहण

सूरत.

कपड़ा उद्यमियों के लिए चुनाव के कारण नई समस्या खड़ी हो गई है। एक ओर कपड़ा उद्यमियों को श्रमिकों को जल्दी से लौटने का इंतजार है, लेकिन उनका इंतजार लंबा हो सकता है। माना जा रहा है कि अब श्रमिक चुनाव के बाद ही लौटेंगे। इसलिए कपड़ा उद्यमियों को कम से कम दो माह का इंतजार करना होगा।
कपड़ा उद्योग के सूत्रों के अनुसार फिलहाल सूरत के कपड़ा उद्योग में काम करने वाले यूपी, बिहार, उत्तराखंड, झारखंड, मध्य प्रदेश आदि राज्यों के पचास प्रतिशत से अधिक श्रमिक होली के कारण वतन लौट गए हैं। सामान्य तौर पर होली पर गए श्रमिक एक महीने में लौट आते हैं, लेकिन इस साल लोकसभा चुनाव के कारण वह मतदान करने के बाद ही लौटेंगे। चुनाव में खड़े प्रत्याशी उन्हें किसी भी प्रकार से आने नहीं देना चाहते। बल्कि आने वाले दिनों में जो श्रमिक अभी यहां बचे हैं उन्हें भी ले जाने के लिए पार्टी के लोग आएंगे। इस चुनावी गणित के कारण सूरत के कपड़ा उद्यमियों को चिंता बढ़ गई है। कपड़ा उद्यमियों का कहना है कि अब तक कम व्यापार के कारण परेशान होना पड़ा था, लेकिन होली के बाद जब डिमांड शुरू होनी है तब श्रमिकों की कमी ने परेशानी बढ़ा दी है। यूपी, बिहार, झारखंड आदि के श्रमिक तो चुनाव के बाद ही लौटेंगे तब तक व्यापार प्रभावित होगा।
चुनाव के बाद लौटेंगे श्रमिक
यूपी, बिहार, ओडिशा आदि राज्यों के नेता चुनाव के समय सूरत आकर श्रमिकों को ले जाते हैं। फिलहाल जो श्रमिक वतन गए हैं अब चुनाव के बाद आने की आशंका हैं। ऐसे में व्यापार पर बुरा असर पड़ेगा।
मयूर गोलवाला, वीवर
कपड़ा उद्यमी चिंतित
कपड़ा उद्योग में पहले से ही कमजोर व्यापार के कारण व्यापारी चिंतित हैं। पहले से उत्पादन कम हो रहा है। अब होली के कारण श्रमिकों की कमी होगी। जो कि दो महीने बाद ही पूरी हो सकेगी।
जीतू वखारिया, प्रमुख, साउथ गुजरात टैक्सटाइल प्रोसेसर्स एसोसिएशन
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