ईरम चौधरी को 2744 और रमिलाबेन हलपति को 1298 तथा प्रियलता सिंह को 1213 वोट हासिल किया। गत चुनाव मे ईरम की सास साफियाबेन नुरुद्दीन चौधरी ने छीरी सरपंच पद का चुनाव जीता था। पैनल के चुनाव अभियान की अगुवाई करने वाले और वार्ड नंबर 12 में जीत दर्ज करने वाले नुरुद्दीन चौधरी ने कहा कि पांच साल में छीरी में हुए विकास को देखकर जनता ने वोट दिया है। यह चुनाव जनता खुद लड़ रही थी। उन्होने अपने समर्थकों व विजेता उम्मीदवारों से कहा कि यह जीत जनता के लिए कार्य करने को मिली है और इसके लिए हमेशा तत्पर रहना है।
पिछडऩे के बाद की वापसी
वापी की बड़ी पंचायत चणोद के चुनाव पर भी लोगों की नजर थी। इसमें चारु बेन स्नेहल पटेल और नेहा बेन मुकेश पटेल की पैनल के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिली। नेहा बेन मुकेश पटेल की पैनल निवर्तमान सरपंच जीतू भाई माह्यावंशी प्रेरित थी।
शुरुआती मतगणना में चारु बेन पटेल की पैनल ने कई वार्ड में जीत दर्ज की। सरपंच के लिए भी इसी पैनल को ज्यादा वोट शुरुआती गणना में मिले। लेकिन बाद में नेहा बेन पटेल की पैनल ने वापसी की और 20 वार्ड में से 12 में जीत दर्ज की और सरपंच पद भी जीत लिया। नेहा बेन मुकेश पटेल को 4342 वोट और चारु बेन पटेल को 4269 वोट मिला। जीतू माह्यावंशी ने कहा कि लोगों ने जो विश्वास दिखाया है उस पर खरा उतरना पहली प्राथमिकता रहेगी।
डूंगरी में एक मत से जीत
डूंगरी पंचायत जीत हार का अंतर सिर्फ एक वोट से तय हुआ। सरपंच पद के लिए उम्मीदवारी करने वाले सतीश पटेल को 1673 मिला। उनके प्रतिद्वंदी रविन्द्र पटेल को 1674 वोट मिला। एक वोट से जीत हासिल कर रविन्द्र पटेल सरपंच बने।